तेल अवीव : इज़रायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि अमेरिका ने हथियार भेजे हैं. एक विमान हथियारों को लेकर मंगलवार शाम को दक्षिणी इज़रायल में उतरा है.
आईडीएफ ने एक्स पर पोस्ट किया, “अमेरिकी हथियारों लेकर पहला विमान आज शाम दक्षिणी इज़रायल में नेवातिम एयरबेस पर पहुंच गया है.”
हालांकि, आईडीएफ ने यह नहीं बताया कि उसे किस प्रकार के हथियार या सैन्य उपकरण मिले हैं.
इज़रायल का हमास के साथ युद्ध छिड़ने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने इस सप्ताह इज़रायल को युद्ध सामग्री पहुंचाना शुरू कर दिया है.
आईडीएफ की एक पोस्ट में कहा गया, “युद्ध के समय हमारी सेनाओं के बीच सहयोग क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.”
इस बीच, इज़रायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से तीसरी बार टेलीफोन पर बातचीत की.
बातचीत के बाद नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “मैंने उनसे (बिडेन) कहा कि हमास आईएसआईएस से भी बदतर है – और उसके साथ उसी तरह व्यवहार किया जाना चाहिए.”
बाइडेन ने दोहराया कि “अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है” और “अपनी रक्षा के उसके अधिकार का पूरी तरह से समर्थन करता है,” इजरायली पीएम ने उन्हें “साफ-साफ समर्थन” के लिए उन्हें धन्यवाद देते कहा.
नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट किया, “हमारी पिछली बातचीत के बाद से, यह बुरा कदम और भी बढ़ा है. उन्होंने दर्जनों बच्चों का अपहरण किया, उन्हें जला दिया और मार डाला. उन्होंने सैनिकों के सिर काट दिए, उन्होंने उन युवाओं की हत्या कर दी जो जंगल में त्यौहार मना रहे थे…हमने इज़रायल राज्य के पूरे इतिहास में ऐसी बर्बरता नहीं देखी है…”
आईडीएफ ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध के चार दिन पूरे हो गए हैं, एक हजार से अधिक इजरायली मारे गए हैं, 2,800 से अधिक घायल हुए हैं और 50 के बंधक बनाए गए हैं या उनके लापता होने की पुष्टि हुई है.
इसमें यह भी कहा गया कि गाज़ा से अब तक इजरायल पर 4,500 से ज्यादा रॉकेट दागे जा चुके हैं.
दूसरी ओर, इजराइल के जोरदार जवाबी हमले हमलों में 770 से अधिक फिलिस्तीनी भी मारे गए हैं. गाज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 770 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 4,000 घायल हुए हैं. मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मृतकों में 140 बच्चे और 120 महिलाएं शामिल हैं.
एक दिन पहले, हमास को कड़ी चेतावनी देते हुए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ‘हालांकि इजरायल ने इस युद्ध को शुरू नहीं किया है’ लेकिन वही ‘इसे खत्म करेगा.’
नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा, “इजरायल युद्ध में है. हम यह युद्ध नहीं चाहते थे. इसे सबसे क्रूर तरीके से हम पर थोपा गया है, हालांकि इज़रायल ने इस युद्ध को शुरू नहीं किया, लेकिन इसे खत्म इज़रायल करेगा.”
हमास ने 7 अक्टूबर को इज़रायल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, और देश के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में रॉकेटों की बौछार कर दी.
यह भी पढ़ें : जब तक मोदी का ‘विज़न’ यू-टर्न नहीं लेता, मणिपुर हिंसा दूर नहीं होगी