नई दिल्ली: दुनिया भर में सोशल मीडिया पर भरोसेमंद मीडिया पोर्टलों को शामिल करने की वजह से हंगामा मचने के बाद अमेरिका स्थित पॉइंटर इंस्टीट्यूट फॉर मीडिया स्टडीज़ ने 500 से अधिक वेबसाइटों की अपनी विवादास्पद सूची को हटा लिया है.
इस सूची में तीन भारतीय वेबसाइटें शामिल थीं:- फ़र्स्टपोस्ट, इंडियाटाइम्स और पोस्टकार्ड न्यूज़.
गुरुवार को जारी एक बयान में पॉइंटर.ओआरजी के मैनेजिंग एडिटर बारबरा एलन ने कहा कि उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली में ‘खामियों’ को पाया है. उन्होंने दावा किया कि सूची का मतलब यह था कि ‘पाठकों के लिए एक उपयोगी उपकरण प्रदान करना जो उनके द्वारा उपभोग की जाने वाली सूचना की वैधता का अनुमान लगा सके.
हालांकि, सूची प्रकाशित होने के बाद उन्होंने कहा पॉइंटर को उन लोगों के साथ-साथ पाठकों से भी शिकायतें मिलीं. जिन्होंने कुछ साइटों को शामिल करने और दूसरों के बहिष्कार करने पर आपत्ति जताई थी.
उन्होंने यह कहा कि हमने सूची की सटीकता और सत्यता का परीक्षण करने के लिए एक ऑडिट शुरू किया और जब हमें लगा कि कई साइटों पर अविश्वसनीय जानकारी प्रकाशित करने का एक ट्रैक रिकॉर्ड था तो इसको लेकर हमारी समीक्षा की कार्यप्रणाली में खामियां मिलीं.
एलन ने कहा ‘हमने मूल डेटाबेस के निष्कर्षों के बीच खामियों का पता लगाया जो सूची के लिए मुख्य स्रोत थे और अंतिम रिपोर्ट के हमारी अपनी थी.’ उन्होंने नोट में कहा कि इसलिए हम इस अविश्वसनीय साइटों की सूची को हटा रहे हैं. जब तक कि हम अपने पाठकों को मानदंडों के अधिक सुसंगत (उपयुक्त) सूची प्रदान करने में सक्षम नहीं होते हैं. इसके प्रकाशन के कारण भ्रम और विरोध के लिए माफी मांगता हूं.
ढिठाई से किया गया सर्वेक्षण
सूची के पहले मसौदे में तीन भारतीय वेबसाइटों सहित 515 नाम थे. हालांकि, सूची में शामिल किए जाने पर ट्विटर पर कड़ी आपत्ति जताए जाने के बाद 24 घंटे से भी कम समय में फर्स्टपोस्ट के नाम को हटा दिया गया.
1/n And even if it were, any fact checking website should account for satire as a filter, failing which it ignores the fundamental precepts of human narrative.
— Firstpost (@firstpost) May 1, 2019
इंडियाटाइम्स ने गुरुवार को दोपहर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि वह ‘अपने कंटेंट के साथ अडिग है.’ शुक्रवार को सूची को वापस लेने के बाद, उसने पाठकों को ‘निरंतर समर्थन’ के लिए धन्यवाद दिया.
Dear reader, on April 30, @Poynter – a journalism non profit – put out a list on what they claimed were 500 odd unreliable websites. @Indiatimes was wrongly featured in it. We felt there were huge gaps in their methodology, and questioned the veracity of their report. (1/2) https://t.co/8gY72GMBaF
— Indiatimes (@indiatimes) May 3, 2019
पोस्टकार्ड न्यूज़ की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. जिसके संपादक महेश विक्रम हेगड़े को कई बार फर्जी समाचारों के प्रचार-प्रसार से जोड़ा गया है.
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