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Friday, 15 November, 2024
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महाराष्ट्र में दही हांडी एक पॉलिटिकल गेम है. अब, विपक्ष को लगता है कि शिंदे सरकार हांडी चुराना चाहती है

राज्य सरकार ने प्रो गोविंदा लीग का आयोजन किया है जिसमें पूरे महाराष्ट्र से समूह भाग लेंगे. विपक्ष इसे सत्तारूढ़ सरकार के राजनीतिक स्थान को 'हाइजैक' करने के प्रयास के रूप में देखता है.

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मुंबई: वर्षों से, दही हांडी उत्सव ने विभिन्न दलों के महत्वाकांक्षी राजनेताओं को अपनी ताकत दिखाने के लिए एक मंच प्रदान किया है. वे अपने संबंधित मतदाताओं को लुभाने के लिए विस्तृत प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं, जिसमें पर्याप्त पुरस्कार राशि की पेशकश की जाती है. हालांकि, इस साल राज्य सरकार ने खुद मैदान में उतरने का फैसला किया है.

राज्य सरकार – जिसका नेतृत्व शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उप-मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट ने एक प्रतियोगिता आयोजित की है. “प्रो गोविंदा लीग” जहां राज्य भर के समूह मुंबई में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेंगे.

दही हांडी, जिसे गोपाल काला भी कहा जाता है, कृष्ण जन्माष्टमी के एक दिन बाद मनाई जाती है. दही हांडी कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागी कम से कम तीन स्तरों वाला एक मानव पिरामिड बनाने के लिए एक साथ आते हैं. उनका उद्देश्य एक निश्चित ऊंचाई पर लटकाए गए दही और अन्य व्यंजनों से भरे मिट्टी के बर्तन तक पहुंचना और उसे तोड़ने का प्रयास करना है.

यह परंपरा बाल कृष्ण की पहुंच से दूर रखे बर्तनों से मक्खन चुराने की कोशिश की कहानी पर आधारित एक नाटक है.

इस साल दही हांडी 7 सितंबर को मनाई जाएगी.

राजनीतिक दल, विशेषकर शिवसेना और भाजपा, वर्षों से राज्य भर में इन कार्यक्रमों का आयोजन करते रहे हैं. सबसे प्रसिद्ध दही हांडी कार्यक्रम ठाणे में सरनाईक, घाटकोपर में भाजपा विधायक राम कदम और वर्ली और दादर में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी द्वारा आयोजित किए गए हैं.

रविवार को मीडिया से बात करते हुए, शिवसेना के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा, “लंबे समय से गोविंदा एसोसिएशन की ओर से इसकी मांग की जा रही थी. यह प्रो कबड्डी लीग की तर्ज पर आयोजित किया जाएगा. गोविंदाओं को भी बीमा कवरेज मिलेगा. मुंबई के 3,500 सहित लगभग 50,000 गोविंदा इस आयोजन से लाभान्वित हो सकते हैं.

प्रो गोविंदा लीग 31 अगस्त को मुंबई के वर्ली स्थित नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित की जाएगी.

हालांकि, राज्य में विपक्ष ने सत्तारूढ़ सरकार द्वारा राजनीतिक स्थान को “हाइजैक” करने के प्रयास के रूप में “प्रो गोविंदा लीग” की आलोचना की है.

मुंबई के वर्ली इलाके में दही हांडी प्रतियोगिताओं की व्यवस्था करने वाले शिव सेना यूबीटी नेता सचिन अहीर ने दिप्रिंट से कहा, ”जब भी त्यौहार नजदीक आता है, तो प्रचार करने के लिए ऐसे आयोजनों का आविष्कार किया जाता है.”

उन्होंने कहा, “यह सारा काम पॉलिटिकल स्पेस को हथियाने के लिए किया जा रहा है. यह त्यौहार हमेशा से लोगों का त्यौहार रहा है. उनकी जाति, धर्म, राजनीतिक संबद्धता को कभी नहीं देखा जाता. लेकिन अब सरकार यह सब राजनीतिक मंच पर लाना चाहती है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.”

जून 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के भाजपा के साथ गठबंधन में महाराष्ट्र में सत्ता में आने के बाद से, दही हांडी और गणेश चतुर्थी से लेकर दिवाली तक हर त्योहार बड़े पैमाने पर मनाया जाता है.

पिछले साल सरकार ने दही हांडी को आधिकारिक खेल भी घोषित किया था.

2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ, सभी राजनीतिक दल मुख्य मराठी वोट आधार को टार्गेट करने की कोशिश कर रहे हैं, खासकर मुंबई और ठाणे में.

लेकिन सामंत ने कहा कि इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा,“हम यहां राजनीति को छूना नहीं चाहते. हम यहां केवल खेल को प्रोत्साहित करने के लिए हैं. ”

बीजेपी के राम कदम ने दिप्रिंट से कहा, ‘यह एक बड़ी बात है कि मौजूदा सरकार ने दही हांडी को एक खेल बनाने का मुद्दा उठाया है. सभी आयोजक और हम बेहद खुश हैं.’ पिछली सरकार और इस सरकार में बहुत अंतर है. हम उन चीज़ों के लिए अनुमति दे रहे हैं जो हमारी संस्कृति के लिए आवश्यक हैं.”


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प्रो गोविंदा लीग और इसके आसपास की राजनीति

प्रो गोविंदा लीग – जिसमें 16 गोविंदा समूह भाग लेंगे – 31 अगस्त की शाम 6 बजे से 10 बजे के बीच आयोजित की जाएगी. राज्य भर से इन 16 समूहों का चयन कैसे किया जाएगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है.

सामंत के मुताबिक, प्रो गोविंदा लीग में पहला पुरस्कार 11 लाख रुपये, दूसरा 7 लाख रुपये, तीसरा 5 लाख रुपये और चौथा 3 लाख रुपये का होगा. बाकी को उनकी भागीदारी के लिए पुरस्कृत किया जाएगा.

“हम इस प्रतियोगिता का आयोजन इसलिए कर रहे हैं क्योंकि मानव पिरामिड का निर्माण अब एक साहसिक खेल के रूप में मान्यता प्राप्त है.” खेल मंत्री और राकांपा नेता संजय बंसोडे ने कहा, हम इस प्रतियोगिता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाना चाहते हैं.

दिप्रिंट से बात करते हुए, दही हांडी समन्वय समिति का हिस्सा, शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के बेटे पूर्वेश सरनाईक ने कहा: “यह पहली बार है कि दही हांडी का जश्न घर के अंदर मनाया जाएगा. नीचे की सतह वाली मैट ओलिंपिक मैट की तरह होगी. इसके साथ ही सुरक्षा और सावधानी के लिए हार्नेस का इस्तेमाल किया जाएगा और गोविंदा को अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनना होगा.’

सामंत ने कहा, राज्य सरकार ने लगभग 50,000 गोविंदाओं के लिए बीमा भी निकाला है, उन्होंने कहा कि मृत्यु के मामले में, पीड़ित के रिश्तेदार बीमा के रूप में 10 लाख रुपये प्राप्त करने के हकदार होंगे.

दही हांडी उत्सव के दौरान चोटों की खबरें असामान्य नहीं हैं. 2019 में अकेले मुंबई में 60 लोग घायल हुए थे. दो साल के कोविड-के कारण लगे ब्रेक के बाद, जब 2022 में उत्सव फिर से शुरू हुआ, तो चोटों का सिलसिला भी जारी रहा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल मुंबई में 150 से ज्यादा प्रतिभागी घायल हुए थे, जबकि ठाणे में यह संख्या करीब 64 थी।

2017 में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने हांडी पर ऊंचाई प्रतिबंध हटा दिया था, लेकिन उम्र प्रतिबंध बना हुआ है – इसे 14 और उससे अधिक उम्र के लोग ही खेल सकते हैं.

जबकि दही हांडी दशकों से मुंबई में खेला जाता है, उचित नियम के साथ अभ्यास करने की अवधारणा केवल 1985 में शुरू हुई. गोविंदा त्योहार से पहले महीनों तक प्रशिक्षण लेते हैं, अभ्यास के दौरान भी उन्हें चोट लगती रहती है.

दही हांडी संघों का कहना है कि वे चाहते हैं कि बीमा कवर की तारीख, जो वर्तमान में किसी व्यक्ति को कार्यक्रम के बाद अगली सुबह तक ही कवर करती है, को बढ़ाया जाए.

राज्य-स्तरीय संगठन दही हांडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण पाटिल ने कहा. “हमें खुशी है कि हमारी लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई है, लेकिन हमने सरकार से यह भी अनुरोध किया है कि बीमा कवर की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए क्योंकि कई ग्रामीण हिस्सों में त्योहार चार से पांच दिनों तक चलता है. इसके अलावा, अगर भविष्य में, इन युवा गोविंदाओं को (खेल) कोटा के तहत रोजगार मिल सकता है, तो यह अद्भुत होगा. ”

(अनुवाद: पूजा मेहरोत्रा)

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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