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Wednesday, 20 November, 2024
होमदेशउमेश पाल हत्याकांड: मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद का वकील लखनऊ में होटल के पास से गिरफ्तार

उमेश पाल हत्याकांड: मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद का वकील लखनऊ में होटल के पास से गिरफ्तार

अतीक और अशरफ के अलावा, विजय मिश्रा ने गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को भी रिप्रेज़ेंट किया. उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या को 'राजनीतिक साजिश' बताया था.

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लखनऊ: उमेश पाल अपहरण मामले में मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद के वकील शौलत हनीफ को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के चार महीने बाद, अतीक अहमद और गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को रिप्रेजेंट करने वाले एक और वकील को उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार कर लिया गया है.

बीजेपी नेता और प्रॉपर्टी डीलर उमेश पाल की हत्या के मामले में विजय मिश्रा को 29-30 जुलाई की रात लखनऊ के गोमती नगर में एक पांच सितारा होटल के पास से गिरफ्तार किया गया.

मिश्रा मई में दर्ज अवैध वसूली के एक मामले का भी सामना कर रहे हैं.

पुलिस के अनुसार, मिश्रा अतीक अहमद गिरोह के सदस्यों के एक समूह के खिलाफ धूमनगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के सिलसिले में वांछित थे, जिन्होंने 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या कर दी थी.

यूपी पुलिस के एक बयान में कहा गया कि धूमनगंज पुलिस ने ककरा इलाके के निवासी मिश्रा को गिरफ्तार किया, जो उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में वांछित था.

डीसीपी (नगर) दीपक भुकर ने रविवार को एक वीडियो बयान में कहा, “वकील विजय मिश्रा, जो उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे, को धूमनगंज पुलिस की एक टीम ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है.“

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तारी यूपी स्पेशल टास्क फोर्स और प्रयागराज पुलिस की संयुक्त टीम ने की.
मामला आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), 149 (गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होना), 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), 506 (आपराधिक धमकी), 34 (सामान्य इरादा), 120बी (आपराधिक साजिश) और विस्फोटक अधिनियम, आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया

जहां उमेश पाल हत्याकांड के चार आरोपी मुठभेड़ में मारे गए, वहीं अतीक और उसके भाई अशरफ को 15 अप्रैल की रात तीन हमलावरों ने गोली मार दी.

कई मामलों में अतीक, अशरफ और मुख्तार का प्रतिनिधित्व किया

अतीक और अशरफ की हत्या से पहले, मिश्रा कुछ मामलों में दोनों भाइयों को रिप्रेजेंट कर रहे थे. उन्होंने अशरफ की पत्नी आयशा नूरी को भी रिप्रेजेंट किया था जब उसने 11 अप्रैल को प्रयागराज में सीजेएम अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण आवेदन दायर किया था.

मिश्रा ने अतीक और अशरफ की हत्याओं को “एक राजनीतिक साजिश” करार दिया था जिसके तहत दोनों की सुरक्षा कम कर दी गई थी. उन्होंने एक मीडिया चैनल से कहा था, ”उन्हें (अतीक और अशरफ के परिवार को) लगता है कि यह एक राजनीतिक साजिश है क्योंकि गोलीबारी में शामिल लोगों की वित्तीय स्थिति 20 लाख रुपये की पिस्तौल खरीदने में सक्षम नहीं थी.”

प्रयागराज पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, मिश्रा ने बताया था कि “पहले अतीक और अशरफ के लिए एक बड़ा सुरक्षा घेरा हुआ करता था, लेकिन शनिवार (15 अप्रैल) को जब शूटआउट हुआ तो वे केवल कुछ कांस्टेबल्स, दो इंस्पेक्टर्स और एक सब-इंस्पेक्टर” के ही सुरक्षा घेरे में थे.

उन्होंने आरोप लगाया, ”यह एक राजनीतिक साजिश है जिसके कारण सुरक्षा कवर कम कर दिया गया था.”

प्रयागराज के वकीलों ने दिप्रिंट को बताया कि जब एमपी/एमएलए अदालतें प्रयागराज से बाहर काम कर रही थीं, तब मिश्रा ने कुछ मामलों में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी का भी प्रतिनिधित्व किया था.

प्रयागराज स्थित वकील के.के. मिश्रा ने दिप्रिंट को बताया कि एमपी/एमएलए अदालतों के अन्य जिलों में स्थानांतरित होने से पहले मिश्रा कुछ मामलों में मुख्तार का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.

मई में, प्रयागराज पुलिस ने शहर के दरियाबाद इलाके में स्थित एक प्लाईवुड व्यापारी से कथित तौर पर जबरन वसूली की मांग करने के लिए मिश्रा पर मामला दर्ज किया था.

व्यापारी ने आरोप लगाया था कि समय पर बकाया भुगतान न कर पाने के बाद, मिश्रा ने 3 करोड़ रुपये की मांग की और ने देने पर उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.

इसके बाद, आईपीसी की धारा 386 (किसी व्यक्ति को मौत के डर में दिखाकर या उस व्यक्ति या किसी अन्य को गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी देकर जबरन वसूली करना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान) और धारा 507 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. बाद में, मिश्रा ने प्रयागराज बार एसोसिएशन को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पुलिस ने व्यापारी पर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए दबाव डाला था.

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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