मणिपुर मसले पर सदन में बोलने से पीएम मोदी की अनिच्छा समझ से परे है. राज्य में महिलाओं के खिलाफ भयानक अपराध हो रहे हैं, कानून व्यवस्था ध्वस्त हो रही है. व्हाटअबाउटरी राजनीतिक रूप से सुविधाजनक है, लेकिन जवाबदेही का कोई विकल्प नहीं है. जब कोई राज्य जल रहा हो तो प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए, इससे बचना नहीं चाहिए.