scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशसियोल का दावा- यूएस सबमरीन साउथ कोरिया पहुंचने पर नॉर्थ कोरिया ने दागी दो बैलिस्टिक मिसाइलें

सियोल का दावा- यूएस सबमरीन साउथ कोरिया पहुंचने पर नॉर्थ कोरिया ने दागी दो बैलिस्टिक मिसाइलें

मिसाइल प्रक्षेपण दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा पिछले दिन सियोल में परमाणु सलाहकार समूह (एनसीजी) की उद्घाटन बैठक आयोजित करने के बाद हुआ

Text Size:

सियोल: अमेरिका-दक्षिण कोरिया सुरक्षा वार्ता के उद्घाटन सत्र के एक दिन बाद, उत्तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी सागर में दो कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, योनहाप समाचार एजेंसी ने सियोल की सेना के हवाले से खबर दी है.

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि प्रक्षेपणों का प्योंगयांग के सुनान क्षेत्र से सुबह 3:30 बजे से 3:46 बजे (स्थानीय समय) के बीच पता चला, और उन्होंने समुद्र में गिरने से पहले लगभग 550 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भरी. जेसीएस ने प्रक्षेपणों को “महत्वपूर्ण उकसावे की कार्रवाई” के रूप में निंदा की, जो न केवल कोरियाई प्रायद्वीप पर बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भी शांति को नुकसान पहुंचाता है, और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का “स्पष्ट” उल्लंघन है.

योनहाप समाचार एजेंसी ने पत्रकारों को भेजे गए एक टेक्स्ट मैसेज में जेसीएस के हवाले से कहा, “हमारी सेना किसी भी उत्तर कोरियाई उकसावे का जबरदस्त जवाब देने की क्षमताओं के आधार पर दृढ़ तत्परता बनाए रखेगी.”

इस बीच, मिसाइल प्रक्षेपण दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा पिछले दिन सियोल में परमाणु सलाहकार समूह (एनसीजी) की उद्घाटन बैठक आयोजित करने के बाद हुआ, जिसमें अपने सहयोगी की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों सहित अपनी सैन्य क्षमताओं की पूरी रेंज का उपयोग करने के लिए अमेरिका की एक्सटेंडेड डेटरेंस कमिटमेंट को मजबूत किया गया था.

यह बैठक सियोल से 320 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में बुसान में एक प्रमुख नौसैनिक अड्डे पर यूएसएस केंटुकी के आगमन के साथ हुई, जो मार्च 1981 में यूएसएस रॉबर्ट ई. ली के बाद अमेरिकी परमाणु-सक्षम रणनीतिक पनडुब्बी (एसएसबीएन) की पहली बंदरगाह यात्रा थी.

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले 12 जून को प्योंगयांग ने 12 जुलाई को ह्वासोंग-18 ठोस-ईंधन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया था.


यह भी पढ़ेंः पासवान के लिए युद्ध का मैदान बनी हाजीपुर लोकसभा सीट, राम विलास की विरासत पर चाचा भतीजे में खिंची तलवारें


 

share & View comments