नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में यमुना की बाढ़ को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा गरमा गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा ‘टीम वर्क’ पर जोर देते हुए एक संयुक्त बयान जारी करने के एक दिन बाद, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा शासित केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी को बाढ़ की आफत में डालने की साजिश रची.
शनिवारो को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर करारा प्रहार करते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, “दिल्ली में 8 जुलाई को 153 मिमी. बारिश हुई, जो दशकों में एक रिकॉर्ड है. 9 जुलाई शाम को हल्की बारिश हुई, लेकिन उसके बाद, शहर में बरसात नहीं हुई. इसलिए, बड़ा सवाल है- अगर 9 जुलाई के बाद दिल्ली में बारिश की एक बूंद नहीं गिरी, तो कैसे राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह बाढ़ आ गई?” भारद्वाज ने दावा किया, “इसका जवाब है, जैसा कि अब साफ हो गया है, यह बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार है और हरियाणा की सरकार का कारनामा है, वहां भी बीजेपी सत्ता में है, दिल्ली को बाढ़ में ढकेलने की साजिश रची गई.”
शुक्रवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस दिल्ली के सीएम और एलजी के एकजुटता दिखाने की बात के खिलाफ नजर आती है, पहले कहना था, “हमें एक टीम के तौर पर काम करने की जरूरत है.”
एलजी ने कहा था, ‘यह समय आरोप-प्रत्यारोप या एक-दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं है. इस समय, हमें एक टीम के तौर पर काम करने की जरूरत है. मैं भी काफी कुछ कह सकता हूं, लेकिन इस समय हमें ऐसा नहीं करना चाहिए.”
सीएम केजरीवाल ने लोगों से कहा, जो लोग पिछले कुछ दिनों से बाढ़ की चपेट में आए हैं, उन्हें जल्द ही राहत मिलेगी, यमुना में बढ़ा पानी धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से कम हो रहा है.
सीएम ने कहा, “…कई वजहें हैं जिससे पानी विभिन्न एरिया में पहुंच गया है. यहां, राजघाट पर (ड्रेन रेग्युलेटर) टूटने के कारण बाढ़ आई, यह एक नाले से पानी के बैकफ्लो होने के कारण हुआ. कई अन्य जगहों पर यमुना का पानी बैकफ्लो होने से पानी भर गया. हालांकि, लोगों को जल्दी राहत मिलेगी, यमुना का पानी कम होना शुरू हो गया है.”
वहीं, शनिवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारद्वाज ने कहा, “यमुना के जल स्तर के खतरे का निशान 205.33 मीटर है. कल तक, यह 208.6 मीटर पर बह रही थी. यह इतिहास में दर्ज हो गया है, दिल्ली में 1998 में भयंकर बाढ़ आई थी, तब यमुना 207.49 मीटर पर बही थी. अभी का स्तर और भी ऊंचा है. राजधानी में बने हालात की वजह हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज का रेग्युलेटर है, जो कि दिल्ली से 228 किमी दूर स्थित है.”
भारद्वाज ने कहा, “जैसे हमें पता चला हमने अपनी टीम वहां भेजी और पाया गया कि जानबूझकर पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा जा रहा है.”
इसके अलावा, बीजेपी पर हमला करते हुए, उन्होंने कहा, “9 जुलाई से 13 जुलाई तक, साजिश के तहत जानबूझकर पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा गया. 12 और 13 जुलाई को केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, जो कि हथिनीकुंड बैराज से हमें मिली है, पानी को उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली पूर्वी नहर में नहीं छोड़ा गया.”
उन्होंने कहा, “पिछले साल, अगस्त में, पानी न केवल दिल्ली की ओर छोड़ा गया, बल्कि पूर्वी और पश्चिम नहर दोनों में छोड़ा गया. पानी को कई राज्यों में समान रूप से छोड़ा गया था, जिसके कारण दिल्ली में बाढ़ नहीं आई.”
आप के मंत्री ने कहा, “गलत बयानबाजी की जा रही है कि पूर्व की नहर काफी छोटी होने से इसमें पानी नहीं छोड़ा जा सकता था, अब जब आप ने जब इस मुद्दे को मीडिया में हाईलाइट किया, तब पानी को पूर्वी नहर में भी छोड़ा जा रहा है.”
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, ने सभी को अपने मतभेदों को दूर करने और दिल्ली को दुर्दशा से बाहर निकालने के लिए साथ आने पर जोर दिया, उन्होंने कहा, “वे (आप) गलत राजनीति का सहारा ले रहे हैं. यह क्या है, क्या इसीलिए पार्टी बनी थी, यह उसकी संस्कृति में है.”
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