पेरिस (फ्रांस) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत-फ्रांस की साझेदारी का मकसद स्वतंत्र, खुले, समावेशी, सुरक्षित और स्थिर इंडो पैसिफिक क्षेत्र को आगे बढ़ाना है, उन्होंने कहा कि दोनों देशों का उद्देश्य क्षेत्र में बाकी देशों की मदद करना भी है.
Furthering friendship with France!
PM @narendramodi emplanes for Paris. A wide range of programmes including talks with President Macron, a community programme and meeting with CEOs will be a part of this visit. pic.twitter.com/PcZzVVIDTT
— PMO India (@PMOIndia) July 13, 2023
पीएम ने ये बातें 13-14 जुलाई तक फ्रांस की अपनी दो दिन की आधिकारिक यात्रा को लेकर फ्रेंच अखबार ‘लेस इकोस’ से कही. इंडो पैसिफिक क्षेत्र में भारत-फ्रांस की साझेदारी के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चूंकि दोनों राष्ट्र हिंद महासागर क्षेत्र में प्रमुख ताकत हैं इसलिए दोनों देशों की साझेदारी “इंडो पैसिफिक क्षेत्र को प्रभावित करने वाली है.”
उन्होंने साक्षात्कार के अंग्रेजी अनुवाद के अनुसार फ्रांसीसी दैनिक को बताया, “हमारी साझेदारी का मकसद स्वतंत्र, समावेशी, सुरक्षित और स्थिर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को बढ़ाना है, क्षेत्र में अन्य लोगों के साथ मिलकर काम करना है जो हमारे नजरिए को साझा करते हैं. इसमें एक मजबूत रक्षा और सुरक्षा घटक शामिल है जो समुद्र तल से लेकर अंतरिक्ष तक फैला हुआ है. यह क्षेत्र में बाकी देशों की मदद और सुरक्षा सहयोग और मानदंड निर्धारण के लिए क्षेत्रीय संस्थानों को मजबूत करना चाहता है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं, न केवल भारत के सुरक्षा उद्योग आधार को मजबूती देने और संयुक्त ऑपरेशनल क्षमताओं के लिए, बल्कि हम बाकी देशों की सुरक्षा जरूरतों में भी मदद करेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, “इसमें आर्थिक, कनेक्टिविटी, मानव विकास और स्थिरता पहल का पूरा विस्तार शामिल है. ये चीजें बाकी देशों को समृद्धि और शांति के साझा प्रयासों को लेकर आकर्षित करेंगी. इसके अलावा, हिंद महासागर क्षेत्र से परे, हम प्रशांत क्षेत्र में तेजी से समन्वय और सहयोग भी करेंगे. हमारी साझेदारी ईयू को भी शामिल करेगी, जिसकी अपनी इंडो पैसिफिक रणनीति है. जहां तक ईयू की बात है तो हमारी पहले से ही EU-भारत कनेक्टिविटी को लेकर साझेदारी है.”
फ्रेंच राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के प्रति उन्हें निमंत्रण के लिए आभार जताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सोच नई दिल्ली से मेल खाती है और परिणामस्वरूप भारत और फ्रांस के बीच पार्टनरशिप जैसे कि आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों बीच संपर्क जैसे क्षेत्रों में गहरी हो रही है.
पीएम मोदी ने कहा, “हमारी साझेदारी दोनों देशों के आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क के लिहाज से गहरी हो रही है. 2014 से हमारा व्यापार लगभग दोगुना हुआ है. इसी साल, दो भारतीय एयर कैरियर ने एयरबस को 750 से अधिक विमानों का ऑर्डर दिया है. दोनों देश लोगों की भलाई के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल करने के नजरिए को साकार करने को लेकर अधिक नजदीकी से काम कर रहे हैं. सौर, पवन और स्वच्छ हाइड्रोजन समेत स्वच्छ ऊर्जा को लेकर मजबूत सहयोग है.”
उन्होंने कहा कि फ्रेंच राष्ट्रपति मैक्रों ने भी भारत-फ्रांस संबंधों को गहरा बनाने के लिए कई पहलें की हैं.
उन्होंने कहा, “पिछले साल, भारत पेरिस बुक फेयर, कान्स फिल्म फेस्टिवल, वीवाटेक, पेरिस इंफ्रा वीक और फ्रांस में इंटरनेशनल सीटेक वीक 2022 में कंट्री ऑफ द ईयर रहा था. रक्षा सहयोग तेजी से बढ़ा है. हमने को-डिजाइन और सह-विकास समेत एक ईमानदार औद्योगिक साझेदारी शुरू की है, न केवल हमने अपने लिए, बल्कि दूसरे देशों के लिए भी.”
प्रधानमंत्री मोदी ने रेखांकित किया कि भारत और फ्रांस अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अधिक निकटता से समन्वय और सहयोग करते हैं, जैसा कि दोनों देशों ने अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलायंस लांच किया है, और जैव विविधता, सिंगल यूज प्लास्टिक के खात्मे, आपदा रोधी बुनियादी ढांचा व समुद्री संसाधनों के संरक्षण के लिए एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, “हमारा सहयोग खासतौर से संयुक्त राष्ट्र में मजबूत हुआ है, चाहे यह यूएन संस्थाओं के रिफॉर्म करने की बात हो, जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई या आतंकवाद के खात्मे की बात हो. हाल ही में, हमने राष्ट्रपति मैक्रों के न्यू ग्लोबल फाइनेंसिंग पैक्ट शिखर सम्मेलन पर नजदीकी से काम किया. हम दोनों नेता आतंकवाद को कोई वित्तपोषण न मिले इसकी पहल में आगे हैंं.”
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे लगता है कि राष्ट्रपति मैक्रों की सोच हमसे वास्तव में मिलती है. और हम स्वाभाविक रूप से एक दूसरे के साथ काम करने में सक्षम हैं. और इसके लिए, हम उनके बहुत आभारी हैं. हमारी साझेदारी इंडो पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अहम है. हम फ्रांस को अपने वैश्विक अग्रणी साझेदारों में से एक के तौर पर देखते हैं.”
इससे पहले आज, पीएम मोदी राष्ट्रपति मैक्रों के निमंत्रण पर फ्रांस रवाना हुए हैं. वह 14 जुलाई को फ्रांस के बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि होंगे. जहां पर भारतीय सशस्त्र बल की तीन टुकड़ियां हिस्सा ले रही हैं. इसके अलावा तीन राफेल भी परेड में हिस्सा लेंगे.
इस साल, भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी के 25 साल होने पर प्रधानमंत्री की यात्रा रणनीतिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, शैक्षणिक और आर्थिक सहयोग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भविष्य के लिए साझेदारी की रूपरेखा तैयार करने का अवसर प्रदान करेगी. मैक्रों प्रधानमंत्री के सम्मान में एक राजकीय भोज के साथ-साथ एक निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी भारतीय प्रवासी लोगों और दोनों देशों के प्रमुख सीईओ से मिलेंगे.
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