नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 मिशन के लिए ‘मिशन तत्परता समीक्षा’ (एमआरआर) पूरी कर ली है. जो 14 जुलाई यानी कल लॉन्च किया जाएगा. इस दौरान गुरुवार को इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रयान-3 के एक छोटे मॉडल के साथ पूजा-अर्चना करने के लिए आंध्र प्रदेश के तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची.
#WATCH आंध्र प्रदेश: इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रयान-3 के लघु मॉडल के साथ पूजा-अर्चना करने के लिए तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची।
चंद्रयान-3 को कल(14 जुलाई) भारतीय समयानुसार दोपहर 2:35 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा, इसरो ने घोषणा की थी। pic.twitter.com/5Pu1hYnxlK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 13, 2023
आंध्र प्रदेश के तिरूपति वेंकटचलपति मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद इसरो वैज्ञानिकों की टीम ने कहा, “यह चंद्रयान-3 है — चंद्रमा पर हमारा मिशन…कल हमारा प्रक्षेपण है.”
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पूरी हुई टेस्टिंग
LVM3 M4/Chandrayaan-3 Mission:
Mission Readiness Review is completed.
The board has authorised the launch.
The countdown begins tomorrow.The launch can be viewed LIVE onhttps://t.co/5wOj8aimkHhttps://t.co/zugXQAY0c0https://t.co/u5b07tA9e5
DD National
from 14:00 Hrs. IST…— ISRO (@isro) July 12, 2023
इसरो ने मंगलवार को ट्वीट किया कि 24 घंटे का ‘प्रक्षेपण पूर्वाभ्यास’ पूरा हो चुका है.
मिशन को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को प्रक्षेपण यान मार्क 3 (एलवीएम3) से अपराह्न 2:35 बजे प्रक्षेपित करने की योजना है.
चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 का फॉलो-ऑन मिशन है, जिसके ज़रिए चंद्रमा की सतह पर रोवर को सुरक्षित तरीके से लैंड कराया जाएगा और उसे चलाकर कई तरह का परीक्षण किया जाएगा.
चंद्रयान-2 मिशन के दौरान लैंडर की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ नहीं हो पाई थी क्रैश लैंडिंग होने के कारण यह मिशन आंशिक रूप से सही सफल हो पाया था. इस लिहाज से चंद्रयान-3 मिशन को भारत के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
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