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Sunday, 3 November, 2024
होमदेश'वीडियो सभी दलों को भेज दिया है', जवान की पत्नी को निर्वस्त्र करने के आरोपों में ट्विस्ट? नया ऑडियो लीक

‘वीडियो सभी दलों को भेज दिया है’, जवान की पत्नी को निर्वस्त्र करने के आरोपों में ट्विस्ट? नया ऑडियो लीक

हवलदार प्रभाकरन ने वीडियो में कहा कि तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले में उनकी पत्नी को 'अर्धनग्न कर दिया गया और भीड़ द्वारा हमला किया गया था'. हालांकि पुलिस ने मामले को ‘बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया’ बताया.

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चेन्नई: कश्मीर में सेवारत एक सेना के जवान ने एक रिकार्डेड वीडियो में आरोप लगाया कि तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले में उनकी पत्नी को “120 लोगों की भीड़ द्वारा अर्धनग्न कर दिया गया और उसपर हमला किया गया”. हालांकि, इस आरोप को पुलिस ने “बढ़ा चढ़ाकर” पेश किया गया करार दिया. जबकि एक अन्य ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो पुलिस के दावे को मजबूत करता है. 

ऑडियो में, कथित रूप से आर्मी जवान हवलदार प्रभाकरन और एक दोस्त के बीच फोन पर बातचीत हो रही है. आर्मी जवान के मित्र को विनोद के रूप में पहचाना गया है जिसे कथित तौर पर इस मुद्दे पर अपने दोस्त को निर्देश देते हुए सुना जा सकता है.

वायरल ऑडियो में सुना जा सकता है, “हम सभी को एक ही बात कहनी है. मैंने अपना वीडियो सभी राजनीतिक दलों को भेज दिया है और अगले दो-तीन दिनों में पूरा तमिलनाडु इस मुद्दे पर हड़ताल करेगा.”

फिर वह कथित तौर पर कहते हैं: “आप एक या दो दिनों में समझ जाएंगे कि मैंने इसके लिए कितनी मेहनत की है.”

जवान को कथित तौर पर यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि उसे मंत्रियों, राजनीतिक दलों के नेताओं और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन का कार्यालय को यह वीडियो भेज दिया है. उसे कथित तौर पर विनोद से यह कहते हुए भी सुना गया है कि उसके (प्रभाकरण के) साले जीवा को उसे जल्द से जल्द बुलाना चाहिए.

प्रभाकरन का रिकॉर्ड किया गया वीडियो, जिसमें उसने कई आरोप लगाए थे, रविवार को सोशल मीडिया पर काफी तेजी से फैला. इस वीडियो को लेफ्टिनेंट कर्नल एन. त्यागराजन (सेवानिवृत्त), जो अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी हैं, के द्वारा ट्वीट किया गया. साथ ही वीडियो बीजेपी के राज्य प्रमुख के. अन्नामलाई द्वारा भी ट्वीट किया गया था.

सेना प्रभाकरण के परिवार के साथ जहां खड़ी दिखाई दी, वहीं जवान द्वारा लगाए गए आरोपों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तमिलनाडु इकाई और राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के बीच वाकयुद्ध भी शुरू कर दिया.

पुलिस ने प्रभाकरन की पत्नी की शिकायत के आधार पर दंगा और स्वेच्छा से चोट पहुंचाने से संबंधित भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के साथ-साथ तमिलनाडु महिला उत्पीड़न निषेध अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया. दावा किया है कि मामला एक दुकान के विवाद से संबंधित है जिसमें उसके मालिक और सैनिक के ससुर शामिल थे, जिन्होंने दुकान को पट्टे पर लिया था.

पुलिस ने कहा कि हाथापाई के कारण कुछ लोग घायल हुए है, लेकिन प्रभाकरन की पत्नी, जो दुकान पर मौजूद थी, वह सुरक्षित हैं. 

प्रभाकरन और विनोद के बीच हुई कथित बातचीत में, प्रभाकरन को कथित तौर पर विनोद को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए सुना जा सकता है कि जीवा दुकान के मालिक रामू पर चाकू से वार करने की बात स्वीकार नहीं करती है. वह कथित तौर पर कहते हैं: “उसे यह कहने के लिए कहें कि जब उसकी बहन पर हमला हुआ तो वह चुप नहीं रह सका.”

कथित लीक हुए ऑडियो पर टिप्पणी के लिए दिप्रिंट ने तिरुवन्नामलाई के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के. कार्तिकेयन से फोन और टेक्स्ट के जरिए संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक उनकी ओर से कोई उत्तर नहीं मिला है. प्रतिक्रिया मिलने के बाद कॉपी को अपडेट कर दिया जाएगा.

फोन पर टिप्पणी के लिए दिप्रिंट जवान के परिवार तक भी पहुंचा, लेकिन उनकी ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. प्रतिक्रिया मिलने के बाद कॉपी को अपडेट कर दिया जाएगा.


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असली विवाद

दिप्रिंट द्वारा पहले एक्सेस किए गए एक सीसीटीवी वीडियो में दुकान के बाहर हाथापाई होती दिखाई दे रही थी.

पुलिस के अनुसार, तिरुवन्नामलाई में विवाद हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग से संबंधित क्षेत्र के पदवेदु गांव में स्थित एक दुकान को लेकर शुरू हुआ.

दुकान कुमार नाम के व्यक्ति की थी और उसने इसे पांच साल पहले प्रभाकरन के ससुर को पट्टे पर दिया था. कुमार ने कथित तौर पर लीज के लिए 9.5 लाख रुपये एडवांस लिए थे और जवान के ससुर दुकान का 3,000 रुपये मासिक किराया दे रहे थे.

कुमार के निधन के बाद, उनका बेटा रामू कथित तौर पर दुकान वापस चाहता था. पुलिस ने अपने बयान में कहा, “रामू ने जवान के परिवार के साथ बातचीत की और गांव के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में एक लिखित समझौता किया कि पट्टेदार को 9.50 लाख रुपये चुकाने पर दुकान उसे 10.02.2023 को सौंप दी जाए.”

हालांकि, पट्टे के मालिक ने कथित तौर पर पैसे वापस लेने और दुकान वापस करने से इनकार कर दिया.

पुलिस ने कहा कि शनिवार को रामू अपने रिश्तेदारों के साथ दुकान पर गया और पट्टेदार के दोनों बेटों को दुकान खाली करने और 9.50 लाख रुपये वापस लेने के लिए कहा.

पुलिस ने कहा कि जल्द ही एक और विवाद शुरू हो गया, जो गुस्साए लोगों के साथ दुकान में तोड़फोड़ करने के साथ समाप्त हुआ.

दिप्रिंट पहले भी दोनों पक्षों के पास घटना की जानकारी के लिए पहुंचे लेकिन दोनों ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. 

तिरुवन्नमलाई के एसपी कार्तिकेयन ने रविवार को एक बयान में कहा, “यह पाया गया है कि किसी भी व्यक्ति ने मौके पर मौजूद महिला के साथ मारपीट या अपमान नहीं किया. सेवारत सैनिक द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह से बढ़ा-चढ़ा कर पेश की गई थी.”

जवान की पत्नी कीर्ति, जो कथित घटना के बाद से वेल्लोर के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं, से मिलने तमिलनाडु राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ए.एस. कुमारी मंगलवार को मिलने अस्पताल पहुंची थी.

कीर्ति से बातचीत के बाद कुमारी ने मीडिया से कहा, “दो महिला पुलिस कॉन्स्टेबल और एक एसआई को उनकी सुरक्षा में लगाया गया है. मामले की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हम मामले में जांच की प्रगति की निगरानी करना जारी रखेंगे.”

(संपादन: ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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