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Friday, 22 November, 2024
होमदेश'दुनिया के विकास में मदद करेगा भारत,' वाराणसी में G20 मंत्रियों की बैठक में बोले PM मोदी

‘दुनिया के विकास में मदद करेगा भारत,’ वाराणसी में G20 मंत्रियों की बैठक में बोले PM मोदी

पीएम मोदी ने एजेंडा 2030 को बढ़ावा देने और ग्लोबल साउथ की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए विचार-विमर्श में सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जोर देकर कहा कि डिजिटलीकरण से भारत में एक क्रांतिकारी बदलाव आया है और बढ़ते डेटा विभाजन के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले डेटा सार्थक नीति-निर्माण, कुशल संसाधन आवंटन और प्रभावी सार्वजनिक सेवा वितरण के लिए महत्वपूर्ण है.

वाराणसी में जी20 भारतीय अध्यक्षता के तहत जी20 विकास मंत्रियों की बैठक में पीएम मोदी ने आने वाले प्रतिनिधियों को अपने वीडियो संबोधन में कहा, “डेटा डिवाइड को पाटने में मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण एक महत्वपूर्ण उपकरण है. भारत में डिजिटलीकरण से एक क्रांतिकारी बदलाव आया है.”

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत साथी देशों के साथ अपने अनुभव साझा करने को तैयार है’.

काशी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सदियों से ज्ञान, चर्चा, बहस, संस्कृति और आध्यात्मिकता का केंद्र रहा है, जबकि इसमें भारत की विविध विरासत का सार भी है.

उन्होंने आगे कहा, “मुझे खुशी है कि जी20 विकास का एजेंडा काशी तक भी पहुंच गया है. विकास वैश्विक दक्षिण के लिए एक प्रमुख मुद्दा है … मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम सतत विकास लक्ष्यों को पीछे न जाने दें. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कोई भी पीछे न हो.”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, “वैश्विक दक्षिण के लिए विकास एक मुख्य मुद्दा है” ग्लोबल साउथ के देश वैश्विक कोविड महामारी के कारण उत्पन्न व्यवधानों से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं.

पीएम ने कहा, “ऐसी परिस्थितियों में, आपके द्वारा लिए गए निर्णय पूरी मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं.”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, समावेशी, निष्पक्ष और टिकाऊ होने चाहिए, और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को पूरा करने के लिए निवेश बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए और कई देशों द्वारा सामना किए गए ऋण जोखिमों को दूर करने के लिए समाधान भी ढूंढे जाने चाहिए.

पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा, “भारत में, हमने सौ से अधिक आकांक्षी जिलों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास किए हैं, जो कि अल्प-विकास थे, जो अब देश में विकास के उत्प्रेरक के रूप में उभरे हैं.”

प्रधानमंत्री ने जी20 विकास मंत्रियों से विकास के इस मॉडल का अध्ययन करने का आग्रह किया.

उन्होंने कहा, “यह प्रासंगिक हो सकता है क्योंकि आप एजेंडा 2030 को गति देने की दिशा में काम कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा, कि “भारत भागीदार देशों के साथ अपने अनुभव को साझा करने के लिए तैयार है और आशा व्यक्त की कि विकासशील देशों में चर्चा, विकास और वितरण के लिए डेटा को बढ़ावा देने के लिए ठोस कार्रवाई होगी.”

‘महिलाएं विकास का एजेंडा तय कर रही हैं’

“भारत में, हम नदियों, पेड़ों, पहाड़ों और प्रकृति के सभी तत्वों के लिए बहुत सम्मान रखते हैं”, प्रधानमंत्री ने कहा, जैसा कि पारंपरिक भारतीय विचार पर कहा गया है जो एक ग्रह-समर्थक जीवन शैली को बढ़ावा देता है.

पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि, “महिलाएं विकास का एजेंडा तय कर रही हैं और विकास और परिवर्तन की एजेंट भी हैं.” उन्होंने सभी से महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए गेम-चेंजिंग एक्शन प्लान अपनाने का आग्रह किया.

प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे विश्वास है कि गंगा आरती का अनुभव और सारनाथ का दौरा आपको वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा.”

पीएम मोदी ने एजेंडा 2030 को बढ़ावा देने और ग्लोबल साउथ की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए विचार-विमर्श में सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं.


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