scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होम2019 लोकसभा चुनावकांग्रेस के 'अब होगा न्याय' नारे के पीछे जावेद अख्तर और निखिल आडवाणी हैं

कांग्रेस के ‘अब होगा न्याय’ नारे के पीछे जावेद अख्तर और निखिल आडवाणी हैं

बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद कांग्रेस का प्रचार अभियान 'अब होगा न्याय' प्रियंका गांधी वाड्रा की अध्यक्षता वाली उप-समिति की कोशिशों का परिणाम है.

Text Size:

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में जाने के लिए बस कुछ दिन ही बचे हैं, बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद कांग्रेस ने प्रचार -प्रसार के मैटेरियल पर फिर से काम करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस पार्टी अपने चुनावी अभियान का फोकस पूरी तरह न्यूनतम आय योजना (न्याय) के इर्द-गिर्द करने का फैसला किया है, न्यूनतम आय गारंटी स्कीम की घोषणा कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने की थी.

कांग्रेस पार्टी का नया प्रचार अभियान टैगलाइन ‘अब होगा न्याय’ के इर्द-गिर्द केंद्रित रहेगा, जो कि पार्टी के सभी पोस्टर, रेडियो जिंगल, होर्डिंग और गाने में दिखेगा.

कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, टैग लाइन ‘अब होगा न्याय’ के साथ मुद्दों को जोड़ते हुए प्रचार का फोकस राहुल गांधी के इर्द-गिर्द होगा. ‘सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह का जिक्र नहीं होगा’. उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी ही थे जो ‘न्याय’ की घोषणा के कुछ दिन बाद अभियान का फोकस न्याय के इर्द-गिर्द करना चाहते थे. उन्होंने कथित तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा सहित सैम पित्रोदा और निखिल अल्वा की एक उप-समिति बनाई. यह प्रचार समिति के अलावा थी, जिसे छह महीने पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के अध्यक्ष के रूप में इसे बनाया गया था.


यह भी पढ़ेंः राष्ट्रीय सुरक्षाः कांग्रेस के लिए तैयार रिपोर्ट में साम्प्रदायिकता व नक्सल खतरे को प्रमुखता


कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमारी समिति ने कड़ी मेहनत की है और कैंपेन के तैयार किया जिसे जल्द ही लांच किया जाना था. लेकिन तभी बालाकोट स्ट्राइक हुई और महसूस किया गया था कि इसे लांच करने का यह सही समय नहीं है. और फिर कांग्रेस अध्यक्ष ने महसूस किया कि हमें अभियान पर फिर से काम करना चाहिए ताकि चुनाव के वक़्त अभियान का सही युद्ध स्तर पर इस्तेमाल हो सके.

जावेद अख्तर, निखिल आडवाणी और अनुजा चौहान को पार्टी ने लाया

सूत्र ने कहा, समय की कमी के कारण पार्टी को एक बार फिर से एजेंसी को हायर करना आसान नहीं था, इसलिए पार्टी ने क्रिएटिव लोगों को सीधे शामिल किया.

पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘यह एक मुश्किल काम था क्योंकि कोई भी बोर्ड में आना नहीं चाहता था. कई शीर्ष निर्देशकों और संगीतकारों से संपर्क किया गया था, लेकिन ख़राब माहौल के कारण उन्होंने इनकार कर दिया. आखिरकार, जावेद अख्तर, निखिल आडवाणी (निर्देशक और निर्माता) और अनुजा चौहान बोर्ड में आए. गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए हैं, निखिल ने लघु फिल्में बनाई हैं और अनुजा ने होर्डिंग्स, पोस्टर आदि के लिए लेखन किया है.

इसमें कांग्रेस के गीत, टीवी विज्ञापन, होर्डिंग्स, रेडियो जिंगल, फ़िल्में और डिजिटल विज्ञापन ‘अब होगा न्याय’ थीम का अनुसरण करेंगे और इसमें रोजगार सृजन करने, महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने, जीएसटी को आसान बनाने, नोटबंदी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया जाएगा.

एक सूत्र के अनुसार नए अभियान को प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंजूरी दे दी है. जबकि अल्वा ने क्रिएटिव लोगों के साथ संपर्क साधे रखा है. राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक रोहन गुप्ता और वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने तेज मंजूरी सुनिश्चित करने के लिए लॉजिस्टिक्स और विज्ञापनों पर काम किया.


यह भी पढ़ेंः राहुल गांधी का सलाहकार, वो लड़का जिसने कभी मनमोहन सिंह को काले झंडे दिखाए थे


कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा ‘न्याय’ एक न्यूनतम आय योजना तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका उपयोग न्याय कैसे मिलेगा, इस संदर्भ में भी उपयोग किया जायेगा. ‘चाहे वह महिला सुरक्षा, सशक्तीकरण, रोजगार सृजन, आसान जीएसटी को लागू करना हो- थीम यह रहेगी कि कांग्रेस न्याय करेगी’.

कांग्रेस के पदाधिकारी ने कहा, 26 मार्च को लालफीताशाही को दरकिनार करने के लिए उप-समिति का गठन किया गया था. प्रक्रिया को गति देने के लिए कई एजेंसियों को काम पर रखा गया था, सभी को को विशिष्ट काम दिया गया था.

पार्टी को बिना किसी नारे के चुनाव अभियान में उतरने पर ढेर सारे लोगों से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जबकि भाजपा का नारा ‘अबकी बार फिर मोदी सरकार’ पूरे देश में दिखाई दे रहा था.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments