scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमविदेशफॉरेन पॉलिसी पत्रिका के दावे के बाद पेंटागन ने कहा, 'हमने पाकिस्तानी एफ-16 की नहीं की कोई गिनती'

फॉरेन पॉलिसी पत्रिका के दावे के बाद पेंटागन ने कहा, ‘हमने पाकिस्तानी एफ-16 की नहीं की कोई गिनती’

भारत ने 27 फरवरी को भारतीय वायु क्षेत्र में एक पाकिस्तानी वायु सेना के घुसपैठ का जवाब देते हुए उसके एक लड़ाकू जेट को उखाड़ फेंका था. 

Text Size:

वशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र के रक्षा विभाग ने शुक्रवार को कहा कि उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि ऐसी कोई गिनती हुई हो जिससे पता चले कि 27 फरवरी को पाकिस्तान और भारत के बीच हुई हवाई लड़ाई में पाकिस्तान का एक एफ-16 विमान लापता हो गया है. रक्षा विभाग ने मिडिया रिपोर्ट का भी खंडन किया है जिसमें गुप्त रक्षा सूत्रों (अधिकारियों) द्वारा हवाई मुठभेड़ में किसी भी विमान के लापता नहीं होने की खबरें चलाई जा रही थी.

फॉरेन पॉलिसी मैगजीन ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में बताया कि यूएस रक्षा विभाग ने पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर की गिनती की. जिसमें किसी भी एफ-16 के लापता नहीं होने की बात कही गई. मैगजीन ने अपनी उस रिपोर्ट में यूएस रक्षा विभाग के दो आला अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया था कि यह गिनती पाकिस्तान के कहने पर हुई थी.

अमेरिकी रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने हिंदुस्तान टाइम्स को बयान देते हुए बताया, ‘विभाग को ऐसी किसी भी तरह की जांच के बारे में कोई जानकारी नहीं है.’

विभाग ने इस समाचार रिपोर्ट से खुद को दूर करने या इसकी पुष्टि करने की बात पर कहा, ‘अगर सरकारी पॉलिसी की बात करें तो विभाग सरकारी समझौते के किसी भी डिटेल पर सार्वजनिक रूप से बयान नहीं जारी करता है.’

और उसने पाकिस्तान पर अपनी घोषित नीति को फिर से दोहराया, ‘यह ध्यान देने वाली बात है कि जनवरी 2018 से, संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सुरक्षा सहायता निलंबित कर दी है.’

अमेरिकी सरकार की स्थिति भारत के अनुरूप प्रतीत होती है, जिसने हमले की पृष्ठभूमि में, ‘इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर’ को सबूत के रूप में पेश करते हुए, पाकिस्तानी एफ-16 के गिराने की खबर की फिर से पुष्टि की है. एयर फोर्स मार्शल आरजीवी कपूर ने शुक्रवार को कहा, ‘हवाई मुठभेड़ के दौरान, वायुसेना के एक मिग 21 बाइसन ने एक एफ -16 को गोली मार दी.’ भारतीय बलों ने शुक्रवार को दो अलग-अलग स्थानों पर बेदखलियों की पुष्टि की है. ये कम से कम 8-10 किलोमीटर दूर थे. एक आईएएफ मिग 21 बाइसन और दूसरा पीएएफ विमान था.’

भारत ने 27 फरवरी को भारतीय वायु क्षेत्र में एक पाकिस्तानी वायु सेना के घुसपैठ का जवाब देने के लिए अपने लड़ाकू जेट्स को उखाड़ फेंका था. भारतीय अधिकारियों के अनुसार, ‘विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान, जो मिग 21 बाइसन उड़ा रहे थे, एफ-16 के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान अपने विमान के टकराने से पहले उसे मार गिराया. जिसके बाद उसे जमानत देने के लिए मजबूर किया गया.

विंग कमांडर पाकिस्तान में उतरे और उन्हें पाकिस्तानी सशस्त्र बलों द्वारा कब्जा कर लिया गया. दूसरी ओर, पाकिस्तानी विमान, पाकिस्तान में गिर गया, भारत ने अपने एक पायलट की तस्वीरों को साझा करते हुए कहा कि वह पायलट गायब है.

भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका से यह भी शिकायत की है कि पाकिस्तान ने विमान की बिक्री संबंधित ज्ञापन का उल्लंघन करते हुए अमेरिकी द्वारा आपूर्ति की गई एफ -16 का इस्तेमाल किया. भारत ने इसको लेकर सबूत सौंपें, जिसमें एएमआरएएएम (उन्नत मध्यम श्रेणी के एयर-टू) के इस्तेमाल के टुकड़े भी दिए गए. एएमआरएएएम एक हवाई मिसाइल है जो पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने डॉगफाइट में इस्तेमाल की थी. कोई अन्य पाकिस्तानी वायुसेना का विमान इन मिसाइलों को फायर नहीं कर सकता है.

संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले रक्षा उपकरणों का नियमित रूप से निरीक्षण करता है. बिक्री समझौते के अनुसार पाकिस्तान को संयुक्त राज्य अमेरिका को सूचित किए बिना देश से बाहर एफ -16 उड़ाने पर प्रतिबंध है.

विदेश नीति पत्रिका ने एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी के हवाले से कहा कि पाकिस्तान के कहने पर गिनती की गई थी. और इसमें थोड़ा समय लगा क्योंकि लड़ाई के कारण सभी विमान तुरंत निरीक्षण के लिए उपलब्ध नहीं थे.

रिपोर्ट में एक गुप्त वरिष्ठ रक्षा अधिकारी के हवाले से कहा गया, ‘सभी विमान मौजूद थे और उनका हिसाब था.’  पत्रिका ने गिनती जानने वाले एक दूसरे अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि कोई भी पाकिस्तानी एफ -16 गायब नहीं था.

गिनती में एफ -16 शामिल हैं जिसे पाकिस्तान ने जॉर्डन से तीसरे पक्ष के हस्तांतरण के तहत प्राप्त किया था, रिपोर्ट में कहा गया है कि वे एक ही अंतिम-उपयोगकर्ता समझौते और इसके नियमों के अधीन थे.

(हिंदुस्तान टाइम्स की विशेष मदद से)

(इस खबर को अंग्रजी में पढने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments