नई दिल्ली: छह महीने से महासागरों की यात्रा पर भारतीय नौसेना की एक सेलबोट 17,000 समुद्री मील की यात्रा करने के बाद मंगलवार को स्वदेश लौटने की तैयारी में है. इसकी जानकारी भारतीय नौसेना ने दी.
सेलबोट, INSV तारिणी छह सदस्यीय चालक दल के साथ महासागर की यात्रा पर है. जिसमें दो महिला अधिकारी- लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और रूपा ए भी शामिल हैं.
ये दो महिलाएं एकमात्र ऐसी अधिकारी थीं जिन्होंने ग्लोबट्रोटिंग यात्रा के सभी 188 दिनों में भाग लिया, जो गोवा से रियो डी जनेरियो वाया केप टाउन की समुद्री यात्रा पर थी, और अब वापस लौट रही हैं. आईएनएसवी तरिणी नवंबर 2022 में गोवा से रवाना हुई थी.
नौसेना ने अपने बयान में कहा, “सेलबोट में गोवा से रियो डी जनेरियो तक कैप्टन अतुल सिन्हा, लेफ्टिनेंट कमांडर आशुतोष शर्मा और लेफ्टिनेंट अविरल केशव शामिल रहे हैं, और कमांडर निखिल हेगड़े, कमांडर एमए जुल्फिकार, कमांडर दिव्या पुरोहित और कमांडर एसी डोक शामिल रिटर्न लेग क्रू में शामिल हैं.”
अधिकारियों की उपलब्धि के बारे में भारतीय नौसेना ने कहा कि INSV तारिणी का गोवा में INS मांडोवी में भारतीय नौसेना जल कौशल प्रशिक्षण केंद्र (INWTC) में “फ्लैग-इन” समारोह के साथ स्वागत होगा.
नौसेना के अनुसार, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी इस समारोह में शामिल होंगी, जबकि गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. समारोह में नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार और भारतीय महिला राष्ट्रीय हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल भी मौजूद रहेंगी.
आईएनएसवी तारिणी की व्यापक यात्रा न केवल नौसेना के “बड़े पैमाने पर समुद्री नौकायन को बढ़ावा देने” के व्यापक मिशन को मजबूत करती है, बल्कि “दुनिया भर में एक महिला को अकेले भेजने” के नौसेना के लक्ष्य को भी बढ़ावा देती है. नौसेना ने कहा कि यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय व्यक्ति 2009-10 में कैप्टन दिलीप डोंडे थे.
यह भी पता चला कि INSV तारिणी मिशन के लिए INS मांडोवी में ओशन सेलिंग नोड में एक “कठोर” चयन प्रक्रिया आयोजित की गई थी. बयान में कहा गया, “यह अभियान नई दिल्ली स्थित भारतीय नौसेना नौकायन संघ के तत्वावधान में आयोजित किया गया था.”
इस साल अप्रैल की शुरुआत में, सेवानिवृत्त भारतीय नौसेना अधिकारी सीडीआर अभिलाष टॉमी गोल्डन ग्लोब रेस के 2022 संस्करण में उपविजेता रहे थे, जो दुनिया भर में एक प्रतिष्ठित एकल नौकायन कार्यक्रम है जो 1960 के दशक के अंत तक अपने इतिहास का पता लगाता है.
(संपादनः ऋषभ राज)
(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: क्वाड समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने की PM मोदी की तारीफ, कहा—आप बहुत लोकप्रिय हैं