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Wednesday, 20 November, 2024
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शक्ति प्रदर्शन? 5 जून को बृजभूषण अयोध्या में करेंगे ‘महा रैली’, प्रमुख संत भी हो सकते हैं शामिल

हिंदुत्व की राजनीति के केंद्र अयोध्या में 'जन चेतना महा रैली', दिल्ली पुलिस द्वारा उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में सांसद के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज किए जाने के हफ्तों बाद आई है.

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लखनऊ: भारतीय पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह हिंदुत्व की राजनीति के केंद्र अयोध्या में 5 जून को ‘जन चेतना महा रैली’ का आयोजन कर रहे हैं. जहां पूरे उत्तर भारत के संतों को आमंत्रित किया गया है.

बृज भूषण के छात्र जीवन का अधिकांश समय अयोध्या में ही बीता है. रैली के बाद वह अयोध्या में संतों, राजपूत समुदाय के लोगों, उत्तर प्रदेश व हरियाणा के कुश्ती समूहों और अयोध्या के अखाड़ों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे.

माना जा रहा है कि यह इवेंट सांसद द्वारा शक्ति प्रदर्शन है. रैली का आयोजन दिल्ली पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज किए जाने के कुछ हफ्ते बाद आया है. एक प्राथमिकी एक नाबालिग के कथित उत्पीड़न से संबंधित है. हालांकि, बृज भूषण ने सभी आरोपों से इनकार किया है.

गुरुवार को, बृज भूषण ने अपने फेसबुक पेज पर आगामी कार्यक्रम का एक पोस्टर साझा करते हुए कहा कि संत “जनता से इसमें भाग लेने का आह्वान कर रहे हैं”.

उन्होंने लिखा, “परम पूज्य संत महापुरुषों का आह्वान, 5 जून अयोध्या चलो, जन चेतना महारैली, साथियों आपका अयोध्या में स्वागत है.”

दिप्रिंट से बात करते हुए, बृजभूषण के प्रतिनिधि संजीव सिंह ने कहा कि रैली की व्यवस्था सांसद की टीम द्वारा की जा रही है, लेकिन यह साधु-संतों के नेतृत्व में हो रही है.

उन्होंने कहा, “देश भर के संतों, विशेष रूप से उत्तर भारत, सामाजिक संगठनों और न्यायविदों व सलाहकारों को आमंत्रित किया जा रहा है.” “सभी जातियों और समुदायों के सामाजिक समूहों को आमंत्रित किया जा रहा है. अयोध्या, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, गुजरात आदि क्षेत्रों से संतों को आमंत्रित किया जा रहा है. संत स्वयं निमंत्रण भेज रहे हैं, हम केवल व्यवस्था कर रहे हैं.

मेगा रैली के उद्देश्य के बारे में पूछे जाने पर, संजीव सिंह ने कहा कि यह शक्ति प्रदर्शन नहीं है, बल्कि इसका मकसद इस बात पर जोर देना है कि “कानून उत्पीड़न का साधन नहीं बनना चाहिए”.


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उन्होंने कहा, “संतों की एक समिति रैली का आयोजन कर रही है. समिति की एक बैठक जल्द ही आयोजित की जाएगी.”

कौन शामिल होगा?

संतों की उपस्थिति की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, संजीव सिंह ने कहा कि अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के चारों पट्टियों में से एक के प्रमुख महंत ज्ञान दास सहित अयोध्या के सभी अखाड़े शामिल होंगे.

उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी मंदिर के राजू दास के भी उपस्थित रहने की पूरी संभावना है.

हनुमानगढ़ी मंदिर की देखभाल संतों की चार पट्टियां करती हैं, जो बारी-बारी से मंदिर का काम संभालती हैं.

महंत ज्ञान दास के शिष्य हेमंत दास ने दिप्रिंट से बात करते हुए कहा कि उनका शेड्यूल एक या दो दिन में तय हो जाएगा.

“महंत ज्ञान दास जी ने उनकी (बृजभूषण की) जान बचाई है और उन्हें अपना रक्त दान किया है. महंत जी ने पढ़ाई के दौरान उनकी (बृजभूषण) मदद की और उनकी शादी भी करा दी.’

“वह अयोध्या आते रहते हैं और महंत जी से आशीर्वाद लेते हैं. वह हाल ही में अयोध्या आए और महंत जी से मिले. अभी महंत जी का कार्यक्रम तय नहीं है लेकिन एक-दो दिन में तय हो जाएगा.”

कहा जाता है कि भूषण ने 5 मई को अयोध्या में महंत ज्ञान दास और अन्य संतों से मुलाकात की थी.

राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास, जो 30 से अधिक वर्षों से राम लला की मूर्ति की सेवा कर रहे हैं, ने दिप्रिंट को बताया कि उन्हें अभी तक इस आयोजन के लिए निमंत्रण नहीं मिला है.

उन्होंने कहा, “मुझे अभी तक निमंत्रण नहीं मिला है. एक बार मिल जाने के बाद मैं इसके बारे में सोचूंगा,”

हनुमानगढ़ी मंदिर की तीन अन्य पट्टियों के महंतों में से एक के महंत राम दास के शिष्य राजू दास ने दावा किया कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

जो पहले दुमका में नाबालिग को आग के हवाले करने वाले और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की हत्या करने वाले व्यक्ति के लिए “इनाम” की घोषणा करने के लिए सुर्खियां बटोर चुके राजू दास ने कहा, “मुझे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता,”

बृजभूषण का समर्थन

हरियाणा की खापों और किसान संगठनों द्वारा जंतर-मंतर पर विरोध करने वाले पहलवानों के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने के तुरंत बाद, राजपूत समुदाय के कुछ संगठन सांसद के समर्थन में आ गए हैं, उन्होंने इस मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है, और इस मुद्दे को जातिगत अर्थों में लेने के खिलाफ चेतावनी दी है.

3 मई को, बृज भूषण ने करणी सेना (जो राजपूतों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है) के प्रमुख लोकेंद्र कालवी के जयपुर निवास का दौरा किया, जिनकी इस वर्ष मार्च में मृत्यु हो गई थी. वहां उन्होंने संगठन द्वारा आयोजित महापंचायत को संबोधित किया.

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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