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Sunday, 17 November, 2024
होमदेशआंदोलन कर रही महिला किसान को पंजाब पुलिसकर्मी ने मारा थप्पड़, किसानों पर किया लाठीचार्ज

आंदोलन कर रही महिला किसान को पंजाब पुलिसकर्मी ने मारा थप्पड़, किसानों पर किया लाठीचार्ज

भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए अधिगृहित की गई जमीनों का मुआवजा मांगने पर गुरदासपुर में बुधवार को किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था. इसकी वजह से भड़के किसानों ने पूरे पंजाब में ट्रेन रोकने का एलान किया था.

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नई दिल्ली: पंजाब के गुरुदासपुर में एकबार फिर किसान आंदोलन कर रहे हैं वह रेलवे की पटरियों पर बैठे हैं.  गुरुवार को रेल रोको आंदोलन के दौरान पंजाब पुलिस के एक पुलिसकर्मी ने महिला से हुई बहस के दौरान उसे थप्पड़ मार दिया, जिसका वीडियो काफी वायरल हो रहा है.

भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए अधिगृहित की गई जमीनों का मुआवजा मांगने पर गुरदासपुर में बुधवार को किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था. इसकी वजह से भड़के किसानों ने पूरे पंजाब में ट्रेन रोकने का एलान किया था.

किसानों पर लाठीचार्ज और इस वीडियो के वायरल होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने ट्वीट किया, “श्री हरगोबिंदपुर में किसानों, विशेषकर महिलाओं और बुजुर्गों पर दमन की बर्बरता ने पंजाबियों को झकझोर कर रख दिया है और यह भगवंत मान की किसान विरोधी आप की सरकार है. शिरोमणि अकाली दल किसानों पर अत्याचार करने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता है”.

गुरदासपुर के दिल्ली कटरा नेशनल हाईवे पर जमीन का अधिग्रहण करने के लिए पुलिस टीम  पहुंची थी. इस दौरान पुलिस के साथ जिला प्रशासन टीम भी वहां थी.

बताया जा रहा है कि भूमि अधिग्रहण के दौरान प्रशासन की टीमों और किसानों के बीच खींचतान हुई. इस बीच विरोध कर रही किसान महिला को पुलिस कर्मचारी ने थप्पड़ मार दिया.

पुलिसकर्मी द्वारा महिला को थप्पड़ मारने के बाद ये प्रदर्शन और बढ़ गया है जिसके बाद जालंधर में रेलवे ट्रैक पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण लुधियाना से जालंधर और अमृतसर जालंधर-जम्मू के बीच रेलवे की मुख्य लाइन ब्लॉक हो गई है.

पंजाब विधानसभा के सदस्य परताप सिंह बाजवा ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “क्या यह बदलाव है”. आम आदमी पार्टी के शासन में पुलिस की क्रूरता सारी हदें पार कर चुकी है. गुरदासपुर जिले के चीमा खुदी गांव के किसान कटरा एक्सप्रेस हाइवे के लिए जमीन अधिग्रहण का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे.

उन्होंने आगे कहा, “पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर अत्यधिक बल प्रयोग किया. महिला प्रदर्शनकारियों को पुरुष पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा. पुलिस का अड़ियल रवैया किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.”

एसडीएम अमनदीप कौर का कहना है कि, जिस किसान की जमीन एक्वायर की जा रही है उस किसान को मुआवजे के पैसे दिए जा चुके हैं और किसान ने जमीन एक्वायर करने के लिए लिखित रूप में दिया हुआ है मगर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी संगठन के नेता जबरन ने चल रहे काम को रोक कर रहे हैं. दूसरी तरफ किसान संगठनों का कहना है कि सिर्फ कुछ ही किसानों को मुआवजे के पैसे दिए गए हैं और जिला प्रशासन ने वार्ड बंदी सही तरीके से नहीं किया, जिसके चलते काम रोका गया.


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