दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं.जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर कार्टून में, बुधवार को हुए कर्नाटक चुनाव के बारे में दिखाया गया है. महमूद द्वारा बनाए गए कार्टून में एक वोटर की उंगली एक सिंहासन को धकेलते हुए दिखाया गया है. जिस पर “40%” का लेबल लगा है जो मौजूदा भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार के आरोपों की ओर इशारा करता है.
संदीप अध्वर्यु धर्मांतरण पर बनी फिल्म “द केरला स्टोरी” पर कटाक्ष कर रहे हैं, जिसे पश्चिम बंगाल में प्रतिबंधित कर दिया गया है. हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है.
साजिथ कुमार का ये कार्टून केंद्रीय कानून और न्याय राज्य मंत्री सत्य पाल सिंह बघेल द्वारा हाल ही में की गई टिप्पणी पर आधारित हैं. उन्होंने कहा था कि “सहिष्णु मुसलमानों को उंगलियों पर गिना जा सकता है” और यह भी “मुखौटा लगाकर सार्वजनिक जीवन जीने का एक हथकंडा है” क्योंकि यह रास्ता उपराष्ट्रपति, राज्यपाल या कुलपति जैसे पदों तक पहुंचाता है.
मंजुल शहर के यातायात और पैदल चलने वालों की समस्याओं के बारे में बताती हैं, जिनके पास चलने के लिए फुटपाथ पर काफी छोटी जगह होती है.
नाला पोनप्पा दिल्ली के शराब घोटाले का जिक्र करते हुए चुनाव के दौरान खुली रहने वाली ‘लैकर शॉप’ पर कटाक्ष कर रहीं है.