नई दिल्ली: गैंस्टर से नेता बने अतीक अहमद के समर्थन में शुक्रवार को पटना जंक्शन के पास एक मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद नारे लगाए गए.
दोपहर को जुम्मे की नमाज़ के बाद भीड़ ने अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या को गलत बताते हुए उनके समर्थन में मस्जिद के बाहर नारेबाजी की.
अतीक के समर्थन में हुए नारेबाजी के बाद बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा की बिहार जैसे राज्य में ही अतीक के समर्थन में लोग नारे लगा सकते है, जबकि उत्तर प्रदेश में ऐसा करने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है.
उन्होंने ट्वीट किया, “बिहार में तो ‘अतीक जी’ वालों की सरकार है. है अगर हिम्मत तो अतीक के समर्थन में उत्तर प्रदेश में नारा लगाकर दिखाएं.”
नारेबाजी के दौरान लोगो ने ‘अतीक अहमद अमर रहे’ के नारे लगाए और साथ ही उन्होंने ‘मोदी-योगी मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए. जिसके बाद बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया.
घटना की निंदा करते हुए बीजेपी बिहार ने ट्वीट किया कि आतंकी, अपराधी कभी शहीद नहीं हो सकता.
उन्होंने आगे लिखा, “उन कायरों से पूछना चाहता हूं कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी पुलिस संरक्षण में कैसे मारे गए?कोई अपराधी मारा जा रहा है तो इनका कलेजा फट रहा है और अपराधियों को शहीद का दर्जा देना चाहते है. धिक्कार है ऐसी सरकार पर, ऐसी सरकार का पतन सुनिश्चित है.”
गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर शनिवार रात को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की, जिसमें दोनों की मौत हो गई थी.
दोनों को वर्ष 2005 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में एक अदालत में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था.
13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा और उसका एक साथी मारा गया था.
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