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Friday, 22 November, 2024
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फ़िनलैंड की संसदीय चुनाव में पीएम सना मारिन की पार्टी की हार, पांच सीटों से रहीं पीछे

मतगणना में ओर्पो की पार्टी को 20.8 फीसदी मत के साथ 48 सीटें मिलीं, वहीं मारिन की पार्टी ने 43 सीटों और 19.9 प्रतिशत वोट जीते.

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नई दिल्ली: दुनिया का सबसे खुशहाल देश फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी रविवार को केंद्र-दक्षिणपंथी पार्टी से चुनाव हार गईं.

53 वर्षीय पेटेरी ओर्पो के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय गठबंधन पार्टी ने संसदीय चुनाव में सबसे अधिक मत प्राप्त किए, इसके बाद दक्षिणपंथी फिन्स पार्टी और सोशल डेमोक्रेट्स का स्थान रहा.

मारिन (37) की पार्टी बहुत ही करीबी मुकाबले से हारी है. उनकी लोकप्रियता के बावजूद, चुनाव पर अर्थव्यवस्था का मुद्दा भारी पड़ गया और ओर्पो ने यह तर्क दिया कि मारिन की सरकार के दौरान फिनलैंड का कर्ज बहुत अधिक बढ़ गया है.

रविवार देर रात करीब 100 फीसदी मतगणना के साथ ओर्पो की पार्टी को 20.8 फीसदी मत के साथ 48 सीटें मिलीं. वहीं मारिन की पार्टी ने 43 सीटों और 19.9 प्रतिशत वोट जीते.

सेंटर पार्टी, वाम गठबंधन और ग्रीन्स सभी को मौजूदा पांच-पार्टी गठबंधन में उनकी भागीदारी के बाद बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा, तीनों के नेताओं ने कहा कि इन चुनाव परिणामों के बाद उनके लिए सरकार में वापस जाना मुश्किल होगा.

सना मारिन दुनिया की सबसे कम उम्र की नेता बन गईं, जब उन्होंने 2019 में राजनीति में कदम रखा था. उन्होंने अकेले एक महिला होते हुए पांच दलों के गठबंधन का नेतृत्व किया.

सना 2019 से फिनलैंड की प्रधानमंत्री और 2015 से संसद की सदस्य हैं. एनसीपी ने लगभग दो सालों तक चुनावों में नेतृत्व किया है, हालांकि हाल के महीनों में इसका नेतृत्व कम होने लगा.


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