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Wednesday, 20 November, 2024
होमराजनीतिराहुल के घर पहुंचीं सोनिया गांधी, मानहानि सजा के खिलाफ अपील करने सूरत जा रहे राहुल साथ होंगी प्रियंका

राहुल के घर पहुंचीं सोनिया गांधी, मानहानि सजा के खिलाफ अपील करने सूरत जा रहे राहुल साथ होंगी प्रियंका

भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, राहुल गांधी अपने परिवार के सदस्य, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल के साथ सूरत जा रहे हैं. यहां ये 2 साल की सजा के खिलाफ अपील के नाम पर हुड़दंग मचाने की कोशिश करेंगे.

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आपराधिक मानहानि मामले में दो साल की जेल की सजा के खिलाफ सोमवार को गुजरात के सूरत अदालत में अपील दायर करेंगे.

कांग्रेस नेता आज अदालत का रूख करेंगे और पार्टी को उम्मीद है कि अदालत में आज ही इस मामले कि सुनवाई हो जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के दोपहर करीब 3 बजे कोर्ट पहुंचने की उम्मीद है. फिलहाल वो दिल्ली से गुजरात जाने के लिए अपने घर से निकल चुके हैं.

पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के अन्य राष्ट्रीय नेता और राज्य इकाइयों के नेता अदालत तक उनके साथ जा सकते हैं.

हालांकि, सोमवार सुबह कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और राहुल की मां सोनिया गांधी भी उनके घर मिलने पहुंची.

राहुल गांधी के वकीलों ने कहा कि मामले की सुनवाई सोमवार को ही हो सकती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सत्र अदालत से अपनी सजा निलंबित करने का आग्रह करेंगे.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के सी वेणुगोपाल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी सूरत में होंगे.

कांग्रेस सांसद एआर चौधरी ने कहा, ‘राहुल गांधी ने कहा है कि वह डरेंगे नहीं. वह अमित शाह, मोदी के सामने नहीं झुकेंगे. वह न्यायपालिका के सामने ही जाएंगे. एक तरफ आप कह रहे हैं कि उन्हें कोर्ट जाना चाहिए लेकिन जब वह जा रहे हैं तो आपको इससे दिक्कत हो रही है.


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“न्यायपालिका में विश्वास क्यों नहीं है”

उधर राहुल गांधी और कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी लगातार हमलावर बनी हुई है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी अपने परिवार के सदस्य, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल के साथ सूरत जा रहे हैं. यहां ये 2 साल की सजा के खिलाफ अपील के नाम पर हुड़दंग मचाने की कोशिश करेंगे.

उन्होंने राहुल और कांग्रेस से पूछा, क्या ये न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है?

पात्रा ने आगे कहा, “राहुल जी, आपको OBC समाज से इतनी नफ़रत क्यों है? आपका भारतीय न्यायपालिका में विश्वास क्यों नहीं है? भारत के लोकतंत्र के लिए आपके भीतर इस प्रकार की घृणा क्यों है?”

“इनके घमंड की सीमा देखिए कि ये अपने लिए देश में अलग क़ानून चाहते हैं.”

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “पीवी नरसिम्हा राव पर कार्रवाई हो तो कोई उधम नहीं लेकिन अगर बात राहुल गांधी पर आए तो… क़ानून बदल दो.”

डीके शिवकुमार पर कार्रवाई हुई कभी राहुल और प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस नहीं की लेकिन गांधी परिवार पर बात आते ही… शहंशाह और शहज़ादे पर कार्रवाई कैसे?

क्या है पूरा मामला

सूरत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने ‘मोदी सरनेम’ को लेकर राहुल गांधी की ओर से की गई एक टिप्पणी के संबंध में दायर आपराधिक मानहानि के मुकदमे में उन्हें 23 मार्च को दोषी करार देते हुए दो साल की जेल की सजा सुनाई थी.

अदालत ने 52 वर्षीय गांधी को भारतीय दंड संहिता की धारा 499 (मानहानि) और 500 (किसी व्यक्ति की आपराधिक मानहानि के दोषी व्यक्ति के लिए सजा) के तहत दोषी ठहराया था.

हालांकि, अदालत ने गांधी को उसी दिन जमानत भी दे दी थी और उनकी सजा के पर 30 दिन के लिए रोक लगा दी थी, ताकि वह ऊपरी अदालत में अपील दाखिल कर सकें.

सूरत की अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद, लोकसभा सचिवालय ने 24 मार्च को एक अधिसूचना जारी कर गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था. लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद गांधी आठ साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

गांधी ने 13 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी कि ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों है?’


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