मॉस्को : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियार तैनात करने की योजना बना रहा है. यह यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर अमेरिका और नाटो के साथ तनाव बढ़ाने और परमाणु युद्ध के खतरे का इस्तेमाल का मॉस्को ताजा कोशिश को दिखाता है, फानेंसियल टाइम्स ने यह खबर दी है.
पुतिन ने कहा कि बेलारूस में 1 जुलाई को सामरिक परमाणु हथियार तैनात करने के लिए भंडारण इकाइयां बनाने पर काम किया जाएगा, इस कदम को उन्होंने यूरोप में अमेरिकी परमाणु तैनाती से जोड़ा है.
रूसी नेता ने कहा कि मास्को ने पहले ही बेलारूस की ओर एक इस्कंदर जो कि कम दूरी की मिसाइल प्रणाली है, को स्थानांतरित कर दिया है – जिसे परमाणु या पारंपरिक हथियारों से सुसज्जित किया जा सकता है.
फाइनेंसियल टाइम्स के मुताबिक, हालांक पुतिन ने कहा कि रूस सामरिक परमाणु हथियारों का नियंत्रण या अपने परमाणु अप्रसार दायित्वों का उल्लंघन के मद्देनजर इसे बेलारूस हस्तांतरित नहीं करेगा. एक साल से अधिक समय पहले यूक्रेन पर आक्रमण के बाद हथियारों को लेकर यह निर्णय क्रेमलिन के अहम कदमों में से एक है.
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यह तैनाती बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के लंबे समय की अनुरोध के बाद की गई है, जिन्होंने रूस को यूक्रेन पर हमलों के लिए उनके देश को लॉन्च पैड के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत दी है.
पुतिन ने कहा कि, ‘कुछ भी असामान्य नहीं : सबसे पहले तो, अमेरिका दशकों से ऐसा कर रहा है.’ वे यूरोप के छह अलग-अलग संबद्ध नाटो देशों में अपने सामरिक परमाणु हथियारों तैनात किए हैं. हमारे अंतर्राष्ट्रीय अप्रसार दायित्वों का उल्लंघन के बिना हमने भी ऐसा करने का फैसला लिया है.’
क्रेमलिन के बयान के मुताबिक, पुतिन ने ‘पश्चिम’ पर यूक्रेन संकट को हवा देने का आरोप लगाया और कहा कि ‘पश्चिम’ यहां देशों और लोगों की किस्मत से खेल खेल रहा है.
पुतिन ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख समाचार पत्र, पीपल्स डेली में एक लेख में कहा है कि उत्तरी अटलांटिक समझौते वाले संगठन, गतिविधियों को वैश्विक प्रसार में जुटे हैं और एशिया प्रशांत क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे हैं.
पुतिन ने कहा कि, ‘यूक्रेन में संकट, जिसे उकसाया गया था और पश्चिम द्वारा पूरी ताकत से भड़काया जा रहा है, बहुत ही असाधारण है, इतना ही नहीं, यह उनके अपने अंतरराष्ट्रीय दबदबे और एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था को बनाए रखने की इच्छा को जाहिर करता है. यह साफ है कि नाटो अपनी गतिविधियों को लेकर वैश्विक पहुंच की कोशिश में जुटा है और एशिया प्रशांत क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहा है.’
बेलारूस में सरकार, जो यूक्रेन की लंबी उत्तरी सीमा पर रूस के पश्चिम में स्थित है, मास्को के सबसे करीबी सहयोगियों में से है.
1990 के दशक की शुरुआत से बेलारूस के पास उसके क्षेत्र में कोई परमाणु हथियार नहीं था. सोवियत संघ के पतन के बाद स्वतंत्रता प्राप्त करने के कुछ ही समय बाद, यह वहां तैनात बड़े विनाश वाले सोवियत एरा वाले सभी हथियारों को रूस स्थानांतरित करने पर सहमत हो गया था.
बेलारूस ने रूस को फरवरी 2022 में यूक्रेन पर उसके शुरुआती आक्रमण में मदद की थी, जिसमें कि क्रेमलिन के सैनिकों को उत्तर की ओर से देश में प्रवेश की इजाजत दी गई. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक पूरे संघर्ष के दौरान यह आशंका रही है कि बेलारूस को फिर से एक आक्रामक हमले के लिए लॉन्चिंग ग्राउंड के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा.
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