नई दिल्ली: तोशखाना मामले की सुनवाई के सिलसिले में इस्लामाबाद जा रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के काफिले की एक गाड़ी शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
इस घटना के बाद इमरान खान ने ट्वीट कर कहा, “अब ये साफ़ हो गया है कि मेरे सभी मामलों में जमानत मिलने के बावजूद पाकिस्तान डेमेक्रेटिक मूवमेंट सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है. उनके दुर्भावनापूर्ण इरादों को जानने के बावजूद मैं इस्लामाबाद और अदालत जा रहा हूं क्योंकि मैं कानून के शासन में विश्वास करता हूं.”
उन्होंने आगे कहा कि, ये साफ़ है कि लाहौर में मेरे घर के पास जो भी घटनाक्रम हुआ, वह इसलिए नहीं था कि मैं किसी मामले में कोर्ट के सामने पेश हो जाऊं, बल्कि मुझे जेल में बंद करने के लिए था, ताकि मैं चुनाव अभियान का नेतृत्व न कर पाऊं.”
It is also obvious now that the entire siege of Lahore was not about ensuring I appear before the court in a case but was intended to take me away to prison so that I am unable to lead our election campaign.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) March 18, 2023
गौरतलब है कि इमरान खान को राहत देते हुए लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें शुक्रवार को आतंकवाद के आठ मामलों और एक दीवानी मामले में सुरक्षात्मक जमानत दे दी थी.
इस्लामाबाद प्रशासन ने शुक्रवार रात को राजधानी में धारा-144 लागू कर दी थी, जिसके तहत निजी कंपनियों, सुरक्षा गार्ड या अन्य व्यक्तियों के लिए हथियार रखना प्रतिबंधित है. खान पर पिछले साल नवंबर में जानलेवा हमला हुआ था.
अदालत ने पिछले बृहस्पतिवार को सुनवाई में इमरान खान की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उनके खिलाफ जारी गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट को निलंबित करने की मांग की गई थी.
बहरहाल, इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने खान के खिलाफ जारी गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट को स्थगित करते हुए शुक्रवार को उन्हें एक अवसर दिया था, ताकि वह तोशाखाना मामले की सुनवाई कर रही जिला अदालत में शनिवार को पेश हो सकें.
खान उपहार खरीदने को लेकर विवादों में रहे हैं, जिसमें एक महंगी कलाई घड़ी भी शामिल है, जिसे उन्होंने तोशाखाना से रियायती कीमत पर खरीदा और फिर बेचकर लाभ कमाया.
वर्ष 1974 में स्थापित तोशाखाना कैबिनेट प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक विभाग है. तोशाखाना में पाकिस्तानी शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों की सरकारों, राज्यों के प्रमुखों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से मिले कीमती उपहारों को संग्रहीत किया जाता है.
बिक्री का विवरण साझा नहीं करने के कारण पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया था.
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