क्राइस्टचर्च (न्यूजीलैंड):भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है क्योंकि न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को हराने में कामयाब रहा.
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के आखिरी दिन भारत ड्रॉ से कुछ ही कदम दूर है. लेकिन न्यूजीलैंड ने नाटकीय अंदाज में श्रीलंका को हराने में कामयाब रहा.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है. वे #WTC23 के लिए द ओवल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेंगे.’ डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए, भारत के पास केवल दो विकल्प थे. भारत को या तो ऑस्ट्रेलिया को 3-1 के अंतर से हराना था या न्यूजीलैंड पर अपनी उम्मीदें लगानी थीं.
भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के आखिरी टेस्ट से पहले के समीकरण में श्रीलंका को डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड दौरे पर 2-0 से जीत दर्ज करनी थी लेकिन श्रृंखला के शुरुआती मैच में उसकी हार ने भारत की जगह पक्की कर दी. ऑस्ट्रेलिया ने पिछले टेस्ट मैच को जीत कर पहले ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी.
डब्ल्यूटीसी का फाइनल 7 जून से लंदन के द ओवल में खेला जायेगा.
पूरे स्टेडियम में तब तनाव बढ़ने लगा जब असिथा फर्नांडो ने खेल की अंतिम गेंद फेंकने के लिए आए. दोनों टीमों के बीच एक गेंद और एक रन का अंतर था. फर्नांडो ने एक भयंकर बाउंसर फेंकी जिसमें विलियमसन का बल्ला पूरी तरह मिस कर गया. नील वैगनर ने पूरी ताकत रन पूरा करने का प्रयास किया. विलियमसन ने अपनी भूमिका निभाई और गेंद के स्टंप्स पर लगने से पहले ही रन पूरा कर लिया. एक बड़ी खेल की कहानी खत्म हो गई और भारत ने डब्ल्यूटीसी के फाइनल में अपना स्थान बना लिया.
ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक एक विकेट पर 73 रन बनाये
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के चौथे टेस्ट के पांचवें दिन भारत के खिलाफ सोमवार को पहले सत्र में जोखिम लेने से बचते हुए लंच तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर 73 रन बना लिये.
भारत ने अपनी पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया पर 91 रन की बढ़त कायम की थी. ऑस्ट्रेलिया अब तक भारत से 18 रन पीछे है. हालांकि दूसरे सत्र में 1:30 बजे तक 130 रन बना लिए हैं.
मोटेरा की पिच पर पांचवें दिन भी गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है और ऐसे में मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है.
भारतीय स्पिनरों से उम्मीद थी कि वे सोमवार को जल्दी विकेट चटकायेंगे लेकिन बल्लेबाजों ने आसान परिस्थितियों का फायदा उठाया.
सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड (96 गेंद में नाबाद 45) ने अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखी, जबकि मार्नुस लेबुशेन (85 गेंद में 22 रन) ने अति-रक्षात्मक रुख अपनाया.
उस्मान ख्वाजा की गैरमौजूदगी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा. ख्वाजा के चोटिल होने के कारण टीम के लिए पारी का आगाज करने वाले रात्रि प्रहरी मैथ्यू कुहनेमैन के रूप में भारत को एकमात्र सफलता मिली.
कुहनेमैन अश्विन की गेंद पर पगबाधा हुए. वह हालांकि दुर्भाग्यशाली रहे कि दूसरे छोर पर खड़े हेड ने उन्हें डीआरएस (मैदानी अंपायर के फैसले की समीक्षा) लेने से मना कर दिया. टेलीविजन रीप्ले में दिखा कि अगर वह डीआरएस का सहारा लेते तो मैदानी अंपायर का फैसला पलट जाता.
हेड ने भी इसके बाद ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी नहीं की लेकिन अश्विन की गेंद पर एक आकर्षक छक्का जरूर जड़ा. उन्होंने अपनी पारी में अब तक पांच चौके लगाये हैं.
अश्विन के साथ वामहस्त स्पिनर रविन्द्र जडेजा और अक्षर पटेल ने भी कसी हुई गेंदबाजी की लेकिन उन्हें पिच से कोई मदद नहीं मिली.
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