नई दिल्ली: भारत राष्ट्र समिति एमएलसी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता दिल्ली शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगी, पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए हैं.
इससे पहले शुक्रवार को कविता ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल किया था. शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली अपनी भूख हड़ताल का हवाला देते हुए, उन्होंने जांच एजेंसी से शनिवार तक अपनी पूछताछ टालने को कहा था.
इस विरोध प्रदर्शन में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी शामिल हुए थे. जंतर-मंतर पर हो रहे इस धरने में विपक्षी दलों और महिला संगठनों द्वारा भी भाग लिया, जिन्होंने महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन किया था.
एक सभा को संबोधित करते हुए, कविता ने कहा कि यह विधेयक राष्ट्र के विकास में मदद करेगा, साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से इसे संसद में पेश करने का अनुरोध किया.
इस बिल में महिलाओं के लिए लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने की मांग की गयी है.
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के. कविता द्वारा भूख हड़ताल में शामिल होने के लिए 18 राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया था.
उन्होंने कहा, ‘महिला आरक्षण बिल महत्वपूर्ण है और हमें इसे जल्द लाने की जरूरत है. मैं सभी महिलाओं से वादा करती हूं कि बिल पेश किए जाने तक यह विरोध नहीं रुकेगा. यह बिल राष्ट्र के विकास में मदद करेगा. मैं भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से अनुरोध करती हूं कि वह इसे जल्द पेश करे.’
गौरतलब है कि इसी मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भी ईडी ने गिरफ्तार किया है.
ईडी द्वारा पूछताछ के लिए समन जारी किए जाने के कुछ घंटे बाद के. कविता आठ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी पहुंची थीं.
कविता ने एक ट्वीट में कहा, “अपनी विफलताओं को उजागर करने और भारत के उज्ज्वल और बेहतर भविष्य के लिए आवाज उठाने के लिए लड़ना जारी रखें.”
बीआरएस नेता के.टी रामाराव शुक्रवार को भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपने पिता के घर पर पहुंचे थे.
सूत्रों के मुताबिक, कविता को हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई के साथ आमने-सामने बिठाया जाएगा, जिन्हें सोमवार रात शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था.
‘केंद्रीय एजेंसियां BJP के इशारे पर काम करते हैं’
बता दें कि ईडी द्वारा कविता को दिल्ली आबकारी नीति मामले में 9 मार्च को पूछताछ के बाद, बीआरएस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा के इशारे पर काम करती हैं.
कविता ने तेलंगाना के जन आंदोलन से प्रेरणा लेते हुए और लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए अगस्त 2006 में तेलंगाना जागृति के गठन के लिए काम किया. हालांकि, संगठन को औपचारिक रूप से नवंबर 2007 में मान्यता मिली.
कविता ने तेलंगाना के युवाओं को रोजगार देने पर काफी काम किया और वर्तमान में तेलंगाना जागृति कौशल केंद्र पूरे तेलंगाना में 8500 छात्रों को प्लेसमेंट में उनकी सहायता कर रहे हैं.
कविता ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक बयान जारी कर ईडी द्वारा की जा रहीं पूछताछ और जंतर-मंतर पर चल रहे भूख हड़ताल की जानकारी दी थी.
I will be appearing before the Enforcement Directorate in New Delhi on March 11, 2023. https://t.co/OjAuzJZytS
— Kavitha Kalvakuntla (@RaoKavitha) March 8, 2023
बीआरएस नेता ने गुरुवार को कहा कि वह ईडी का सामना करेंगी क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है.
उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना वर्तमान में भाजपा के रडार पर है क्योंकि उनका ‘मोदी से पहले ईडी’ एजेंडा शुरू हो गया है.’
कविता 2020 से विधान परिषद, निजामाबाद के सदस्य के रूप में कार्य कर रही हैं. वह भारत राष्ट्र समिति की सदस्य हैं और उन्होंने 2014 से 2019 तक निजामाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की संसद सदस्य के रूप में काम किया.
कविता ने ईडी के जांच को गंदी राजनीति करार देते हुए कहा कि मैंने कई बार दोहराया है कि मेरा शराब मामले या जांच से कोई लेना-देना नहीं है.
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