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Friday, 22 November, 2024
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ईवीएम पर दिखेगी उम्मीदवारों की फोटो, वोट डालने के बाद मिलेगी पर्ची

इस लोकसभा चुनाव में जहां युवा वोटर्स पर सभी दलों की निगाहे हैं, वहीं चुनाव आयोग ने भी इस बार के चुनाव में मतदाताओं का विशेष ध्यान रखा है.

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नई दिल्ली: लंबे संमय से चली आ रही लोकसभा चुनावों की तारीखों का इंतजार खत्म हो गया है. चुनाव आयोग ने देश में 7 चरणों में चुनाव संपन्न कराने की घोषणा की है. इस लोकसभा चुनाव में जहां युवा वोटर्स पर सभी दलों की निगाहें हैं, वहीं आयोग ने भी इस बार के चुनाव में मतदाताओं का विशेष ध्यान रखा है. मतदाताओं की आसानी के लिए ईवीएम में फोटो लगाने का निर्णय लिया गया है, तो वहीं उनकी परेशानियों को समझते हुए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. मतदाताओं के लिए रही ये ध्यान देने वाली 6 प्रमुख बातें-

कितने लोग, देंगे वोट

चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार के चुनाव में 90 करोड़ वोटर्स हिस्सा लेंगे. जहां लोकसभा चुनाव 2014 में कुल 83,41,01,479 वोटर थे, वहीं इस बार मतदाताओं की संख्या 8.43 करोड़ बढ़ी है. इस बार के लोकसभा चुनाव में 18-19 साल के वोटर्स की संख्या लगभग 1.5 करोड़ है. वहीं इस बार 1.6 करोड़ नौकरी पेशा लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.


होगा वीवीपैट का इस्तेमाल 

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी पोलिंग बुथ पर वीवीपैट लगे होंगे. वोट डालने के बाद, वोटर्स को उनके मत का प्रयोग करने की पर्ची भी मिलेगी. पहली बार इतनी बड़ी संख्या (17.5 लाख) में वीवीपैट का प्रयोग होगा. यही नहीं चुनाव आयोग ने ईवीएम के दौरान जीपीएस ट्रेकिंग होने की बात की. टोटल बूथ की संख्या 10 लाख है.

लाउड स्पीकर होगा बैन  

चुनाव आयोग ने लोगों को चुनाव प्रचार से होने वाली दिक्कतों को ध्यान रखते हुए मतदान से 48 घंटे पहले लाउड स्पीकर पर बैन लगा दिया है. चुनाव आयोग के अनुसार रात 10 से सुबह 6 बजे तक प्रचार के दौरान लाउड स्पीकर पर बैन होगा.


जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर

1590 पर फोन कर एसएमएस के जरिए वोटिंग लिस्ट में अपना नाम चेक कर सकते हैं. इसके अलावा लोकसभा चुनाव के दौरान होने वाली किसी भी तरह की समस्या होने पर टोलफ्रीनंबर 1950 पर कॉल किया जा सकेगा.  चुनाव आयोग ने शिकायत क 100 मीनिट के अंदर कार्रवााई करने की बात की है.

ऐप और वेबसाइट भी हुई है डिजाइन

चुनाव आयोग ने वोटर्स को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए और हर तरह की जानकारी मुहय्या कराने के लिए ‘समाधान’ नाम का वेब पोर्टल डिजाइन किया है और ऐप का भी प्रयोग किया गया है.

उम्मीदवारों को देनी होगी जानकारी

इस बार के लोकसभा चुनाव में सभी उम्मीदवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी देनी होगी. इसके अलावा उन्हें अपने खर्चे की जानकारी भी देनी होगी. चुनावों में अपराधियों की संख्या कम हो इसके लिए उम्मीदवारों को अपना अपराधिक रिकार्ड देना होगा.

सोशल मीडिया पर रहेगी विशेष निगाहें

चुनाव आयोग ने इस बार के चुनाव में सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान देने का फैसला किया है. आयोग ने कहा है कि भड़काऊ प्रचार की जानकारी होने पर कार्रवाई होगी.
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