सीमा पार से भुगतान ने ऊंची लागत, लेन-देन की गति और सुरक्षा को लेकर चुनौतियों का सामना किया है. ग्लोबल हो रहा यूपीआई लागत प्रभावी होने और अंतरराष्ट्रीय भुगतानों को अधिक आसान बनाने की वादा कर रहा. SWIFT की तर्ज पर एक वैश्विक नेटवर्क बनाना जरूरी है ताकि UPI के वैश्विक रूप से अपनाये जाने से रीयल टाइम की गलतियों और धोखाधड़ी से बचा जा सकेगा.