नई दिल्ली: 21वीं सदी के भारत के पास डाटा और प्रौद्योगिकी बहुतायत में हैं और इन दोनों में भारत के विज्ञान को बुलंदियों पर पहुंचाने की ताकत है. यह बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहीं.
नागपुर के तुकड़ोजी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस को वीडियो के माध्यम से संबोधित कर रहे थे.. पीएम ने यह भी कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में भारत जिस तेजी से विश्व के शीर्ष देशों में शामिल हो रहा है और अगले 25 वर्षों में भारत जिस ऊंचाई पर होगा, उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की बड़ी भूमिका होगी.
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पीएम ने कहा, ‘साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के टॉप देशों में शामिल हो रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे विश्वास है कि भारत का वैज्ञानिक समुदाय 21वीं सदी में भारत को वो मुकाम हासिल कराएगी जिसका वो हमेशा हकदार रहा है. आज का भारत जिस साइंटिफिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है, हम उसके नतीजे भी देख रहे हैं.’
आज का भारत जिस साइंटिफिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है, हम उसके नतीजे भी देख रहे हैं।
साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के टॉप देशों में शामिल हो रहा है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/BrAeaFLw48
— BJP (@BJP4India) January 3, 2023
पीएम ने कहा, ‘अगले 25 वर्षों में भारत जिस ऊंचाई पर होगा उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी. विज्ञान में जोश के साथ जब देश की सेवा का संकल्प जुड़ जाता है तो नतीजे भी अभूतपूर्ण आते हैं.’
सशक्त महिलाएं
पीएम मोदी ने साइंस एवं टेक्नोलॉजी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ने की बात करते हुए कहा, ‘आज देश की सोच केवल यह नहीं है कि साइंस के ज़रिए महिलाएं सशक्त हों, बल्कि महिलाओं की भागीदारी से साइंस भी सशक्त हो.’
‘पिछले 8 वर्षों में एक्सट्रा मोरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट में महिलाओं की भागीदारी दोगुनी हुई है.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘महिलाओं की बढ़ती भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि समाज भी आगे बढ़ रहा है और साइंस भी आगे बढ़ रही है.’
आज देश की सोच केवल यह नहीं है कि साइंस के ज़रिए वुमन इम्पावरमेंट करें, बल्कि वुमन की भागीदारी से साइंस का भी इम्पावरमेंट करें।
साइंस और रिसर्च को नई गति दें, यह हमारा लक्ष्य है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/SDUyyOmx5o
— BJP (@BJP4India) January 3, 2023
रफ्तार से आगे बढ़ रहा भारत
उन्होंने आगे कहा कि ’21वीं सदी में हमारे पास दो चीज़े हैं-पहली डेटा और दूसरी तकनीक है. इन दोनों में भारत के विज्ञान को नई बुलंदियों में पहुंचाने की ताकत है. डेटा विश्लेषण की फील्ड तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है.
पीएम ने कहा, ‘आज का भारत जिस साइंटिफिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है, हम उसके नतीजे भी देख रहे है. साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के टॉप देशों में शामिल हो रहा है. 2015 तक हम 130 देशों की वैश्विक नवाचार सूचकांक में 81 नंबर पर थे और 2022 में हम 40 वें नंबर पर पहुंच गए हैं.’
‘आज भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम के मामले में दुनिया के टॉप 3 देशों में है.’
फील्ड वर्क और एक्सपेरिमेंट को महत्व देते हुए पीएम ने कहा, ‘साइंस के प्रयास, बड़ी उपलब्धियों में तभी बदल सकते हैं, जब वो लैब से निकलकर लैंड तक पहुंचेंगे, जब उसका विस्तार जर्नल्स से लेकर जमीन तक हो और जब उससे बदलाव रिसर्च से होते हुए रियल लाइफ में दिखने लगे.’
यह भी पढ़ें: ‘विलय और पुनर्गठन’, कैसे हरियाणा सरकारी विभागों की संख्या कम करने की योजना बना रहा है