नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को हुए हिंसा को लेकर पूर्वी कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि स्थिति अब हमारे नियंत्रण में है.
उन्होंने कहा, ‘चीनी सेना हमारे क्षेत्र में घुसी थी. इसका विरोध करने पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई. इसमें दोनों देशों के सैनिकों को चोटें आई. हालांकि भारतीय सेना के किसी भी जवान को गंभीर चोटें नहीं आई.’
Doklam stand-off was in'17 which was result of PLA attempt at trying to construct a particular road in area about which there are differing perceptions.Through negotiations,issues were resolved: GOC-in-C, Eastern Command on infrastructure set up by China on their side near Doklam pic.twitter.com/1Aw2Ztyc36
— ANI (@ANI) December 16, 2022
बॉर्डर पर कई विवादित जगह
तवांग की घटना पर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा, ‘सीमा पर कई ऐसे जगह हैं जहां दोनों देशों के लिए अलग अलग धारणाएं हैं. दोनों देश की सेना को सीमा को लेकर अलग अलग मान्यताएं हैं. ऐसे ही एक जगह पर दोनों सेनाओं के बीच झड़प की घटना हुई.’
#WATCH PLA ने LAC को पार किया, विरोध में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं। इसका स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ। इसे लेकर बुमला में एक फ्लैग भी मीटिंग हुई, हम स्थिति पर नियंत्रण में हैं: तवांग में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प पर पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता pic.twitter.com/mlK03wUsvE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 16, 2022
उन्होंने बताया कि इसका स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ और दोनों देशों की सेनाओं के बीच फ्लैग मीटिंग भी बुलाई गई है. सेना अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार है.
सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता का सेना में काम करने का लंबा अनुभव रहा है. पूर्वी कमान के प्रमुख इससे पहले फोर्ट विलियम में चीफ ऑफ स्टाफ की सेवा दे चुके हैं.
अरुणाचल के तवांग में झड़प
बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय सेना और चीनी सेना के जवानों के बीच सीमा पर झड़प हुई थी. चीनी सेना के 200 से अधिक जवान भारतीय सीमा में दाखिल हो गए थे जिसे भारतीय सेना के जवानों ने रोका. चीनी सेना के जवान कटीली लाठी और बेल्ट जैसे छोटे हथियार के साथ भारतीय सेना पर हमला कर दिया. हालांकि भारतीय सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला जिसके बाद चीनी सेना पीछे हटे. इसे हाथापाई में भारतीय सेना के 6 जवान घायल हो गए थे. साथ ही चीनी सेना के भी कई जवान घायल हुए लेकिन उनकी ओर से कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया.
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