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Saturday, 2 November, 2024
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26/11 की बरसी पर टोक्यो में विरोध प्रदर्शन, लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.

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नई दिल्ली: मुंबई आतंकी हमले की 14वीं बरसी पर बड़ी संख्या में लोग टोक्यो स्थित पाकिस्तानी दूतावास के सामने इकट्ठा हुए और पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा मारे गए 166 पीड़ित लोगों को श्रद्धांजलि दी.

लोगों ने पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने और उनकी रक्षा करने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों के हाथ में भारत का झंडा और हाफिज सईद की तस्वीर वाली तख्तियां थी. उनका कहना था कि 26/11 के गुनहगार और मास्टरमाइंड पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं लेकिन पाकिस्तान उनपर कारवाई नहीं कर रहा है.

लोगों के हाथ में बैनर थे जिन पर लिखा था, ‘26/11/2008 के मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद’, ‘भारत माता की जय’ और ‘हम न्याय चाहते हैं’. प्रदर्शनकारियों ने एक जापानी नागरिक हिसाशी त्सुदा को भी श्रद्धांजलि दी जिसकी मौत आतंकवादी हमले में हो गई थी.

इसके साथ ही बेल्जियम में स्थित भारतीय डायस्पोरा के एक समूह ने भी 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों की याद में ब्रसेल्स में कार्यक्रम का आयोजन किया. शुमान चौराहे पर आयोजित इस कार्यक्रम को  ‘आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता’ के बैनर तले आयोजित किया गया था. खराब मौसम के बावजूद, भारतीय डायस्पोरा के सदस्यों ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया.

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने मुंबई आतंकी हमले के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा, ‘भारतीय समुदाय शांतिप्रिय है और चाहे वे कहीं भी रहें, आतंकवाद और अन्याय का हमेशा विरोध करेंगे.’

26/11 की 14वीं बरसी को कई देशों में याद किया गया. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस सहित कई देशों में लोगों ने इस घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी.

26 नवंबर, 2008 मुंबई के होटल ताज पर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दस आतंकवादियों ने 18 सुरक्षा अधिकारियों सहित 166 लोगों की हत्या कर दी थी और 300 से अधिक लोग इस घटना में घायल हुए थे.


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