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Tuesday, 5 November, 2024
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गुजरात BJP ने निर्दलीय उम्मीदवारों के तौर पर नामांकन भरने के आरोप में अब 12 नेताओं को निलंबित किया

इससे पहले पार्टी ने रविवार को इसी आरोप में सात बागियों को निलंबित किए था. गुजरात राज्य में 182 विधानसभा क्षेत्र हैं जिसके लिए 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा.

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नई दिल्ली: बुधवार को गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अपने बारह बागियों को निलंबित कर दिया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा टिकट से वंचित किए जाने के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था. यह सभी बारह नेता विधानसभा चुनाव में टिकट मांग रहे थे.

इससे पहले पार्टी ने रविवार को इसी आरोप में सात बागियों को निलंबित किए था.

बीजेपी ने एक पत्र में राज्य अध्यक्ष सी.आर पाटिल के हवाले से खुलासा किया है, ‘इन विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में छह साल के लिए निलंबित किया गया है.’ जिन बीजेपी नेताओं को निलंबित किया गया है, उनमें पाडरा से दीनूभाई पटेल, वाघोडिया से मधुभाई श्रीवास्तव और वडोदरा जिले से कुलदीप सिंह राउल शामिल हैं.

पंचमहल जिले के शाहेरा से बी पगी, अरावली जिले के धवल सिंह झाला और मेहसाणा के राम सिंह ठाकोर को भी निलंबित कर दिया गया है.

बनासकांठा से मानवजीभाई देसाई और एल ठाकोर, महिसागर से एसएम बांट और जेपी पटेल और आणंद जिले से रमेश झाला और अमरशी भाई झाला को भी निलंबित किया गया है.

गुजरात में अपने सातवें कार्यकाल की मांग कर रही बीजेपी ने 42 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है.

जिस पार्टी ने 160 उम्मीदवारों की अपनी पहली बड़ी लिस्ट की घोषणा की है, जिससे 38 मौजूदा विधायक को बाहर कर दिया गया है. बाद में, सत्तारूढ़ दल ने शेष विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की तीन और सूचियों की भी घोषणा की.

पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और पार्टी प्रमुख पाटिल सहित कई बड़े नेताओं ने आगामी चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर की थी.

2017 के गुजरात चुनावों में, बीजेपी ने कुल 182 सीटों में से 99 सीटों पर कब्जा किया था. पार्टी पिछले 27 वर्षों से सत्ता में है और नरेंद्र मोदी राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं.

इस बार, बीजेपी का लक्ष्य राज्य में 140 से अधिक सीटें हासिल करना है.

गुजरात लंबे समय से बीजेपी का गढ़ रहा है और पार्टी ने सातवें कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं.

हालांकि, इसे अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) से कड़ी चुनावी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसने इसुदन गढ़वी को अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनाया हैं.

कांग्रेस भी भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए जद्दोजहद कर रही है.

गुजरात राज्य में 182 विधानसभा क्षेत्र हैं जिसके लिए 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा. वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी.


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