सैनिकों के साथ दिवाली मनाने की अपनी वार्षिक परंपरा को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को कारगिल पहुंचे.
पिछले साल पीएम मोदी ने जम्मू के नौशेरा में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी. उन्होंने भारतीय सीमाओं पर सेवा करने के लिए सैनिकों की सराहना की थी और बताया था कि सुरक्षाकर्मी राष्ट्र के “सुरक्षा कवच” (कवच) है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सैनिकों की वजह से ही लोग चैन की नींद सो पाते हैं.
#WATCH | PM Narendra Modi distributes sweets among army soldiers and interacts with them in Kargil on #Diwali
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— ANI (@ANI) October 24, 2022
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि हम युद्ध को पहला नहीं बल्कि हमेशा अंतिम विकल्प मानते हैं और शांति में विश्वास करते हैं.
लद्दाख के करगिल में जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम शांति में विश्वास करते हैं, लेकिन शांति सामर्थ्य के बिना संभव नहीं है.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब-जब भारत की ताकत बढ़ती है, तब-तब वैश्विक शांति और समृद्धि की संभावना भी बढ़ती है.
मोदी ने कहा, ‘राष्ट्र की सुरक्षा के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत’ बहुत महत्वपूर्ण है और विदेशी हथियारों तथा प्रणाली पर हमारी निर्भरता न्यूनतम होनी चाहिए.’
प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि सशस्त्र बलों में महिलाओं को शामिल करने से देश की ताकत बढ़ेगी. उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जारी है और भ्रष्टाचारी कितना भी ताकतवर हो उसे छोड़ा नहीं जाएगा.
मोदी ने कहा कि भारत की प्रतिष्ठा विश्व स्तर पर बढ़ी है, यह और तेजी से बढ़ रही है और ऐसा इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि यह बाहर और अंदर के दुश्मनों से सफलतापूर्वक निपट रहा है.
उन्होंने कहा, ‘एक राष्ट्र तब सुरक्षित होता है जब सीमाएं सुरक्षित हों, अर्थव्यवस्था मजबूत हो और समाज विश्वास से भरा हो.’
लोगों को दिवाली की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि भारत कामना करता है कि प्रकाश का यह त्योहार दुनिया के लिए शांति का मार्ग प्रशस्त करे.
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