दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के विशेष रूप से चित्रित कार्टून में, कीर्तिश भट्ट ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की राष्ट्रीय राजनीति के लिए अपनी पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (BRS) करने पर टिप्पणी की है. इस कदम के जरिए वो 2024 के लोकसभा चुनावों पर नजरें टिकाए हुए हैं.
नाला पोनप्पा ने तमिल फिल्म निर्माता वेत्रिमारन की उस टिप्पणी का जिक्र कर रहे हैं जिसमें कहा गया है कि राजराजा चोल ‘एक हिंदू राजा नहीं थे’ जैसा कि मणिरत्नम की नवीनतम फिल्म, ‘पोन्नियिन सेलवन: पार्ट वन’ में दर्शाया गया है.
सतीश आचार्य ने चार कन्नड़ अखबारों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाना बनाने वाले बीजेपी के विज्ञापनों को लेकर तंज कसा है. विज्ञापन, जो समाचार लेखों से मिलते जुलते थे, कांग्रेस पार्टी की आलोचना करने वाले पुराने समाचार लेखों का संग्रह थे.
साजिथ कुमार ने केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी कि केंद्र ‘बड़े चुनावी सुधारों’ के लिए विधायी समर्थन पर चुनाव आयोग के साथ बातचीत कर रहा है.
आलोक निरंतर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के गुटों और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बीच पार्टी के चिन्ह को लेकर खींचतान का जिक्र कर रहे हैं.
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