चेन्नई: तमिलनाडु राज्य में भाजपा और आरएसएस के पदाधिकारियों की संपत्तियों पर बार-बार हो रहे पेट्रोल बम से हमलों की घटनाओं के सिलसिले में कोयंबटूर पुलिस ने सोमवार देर रात पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के एक सदस्य को कथित तौर पर 22 सितंबर की रात इसी शहर में स्थित भाजपा कार्यालय पर पेट्रोल बम फेंक नुकसान पहुंचाने के आरोप में को गिरफ्तार कर लिया.
इससे पहले, उसी दिन, कोयंबटूर जिले में स्थित पोलाची की पुलिस ने पीएफआई के तीन सदस्यों को दो कारों और दो ऑटो रिक्शा को कथित रूप से क्षतिग्रस्त करने और पिछले गुरुवार को एक मालवाहक गाड़ी में आग लगाने का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
हालांकि, सत्तारूढ़ डीएमके के मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने इन पेट्रोल बम हमलों में भाजपा के शामिल होने का आरोप लगाया है, मगर राज्य के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने अभी तक इन हमलों पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है. द्रमुक के सहयोगियों, सीपीएम, वीसीके और सीपीआई ने भी इन्हीं आरोपों के साथ सुर मिलाया है और उनका कहना है कि भाजपा ‘खुद पर हमले करने और प्रचार हासिल करने के लिए दूसरों को दोष देने के लिए कुख्यात है.’
एनआईए, ईडी और स्थानीय पुलिस बलों द्वारा चलाए गये संयुक्त अभियान में पिछले गुरुवार को कई सारे पीएफआई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद, कोयंबटूर के वीकेके मेनन रोड पर स्थित भाजपा कार्यालय और पास की एक कपड़े की दुकान पर पेट्रोल बम फेंके गए थे. मदुरै, पोलाची, इरोड और यहां तक कि थूथुकुडी में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई हैं.
इस बीच कोयंबटूर के पुलिस आयुक्त वी. बालकृष्णन ने दिप्रिंट को बताया कि 22 सितंबर की रात को हुई घटनाओं के सिलसिले में तीन लोगों की गिरफ्तारियां की गईं हैं. उन्होंने कहा,’ये गिरफ्तारियां सीसीटीवी फुटेज से एकत्र किए गए सबूतों पर आधारित है.’ साथ ही, उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग एसडीपीआई से जुड़े हैं.
तमिलनाडु पुलिस ने कहा कि उन्होंने ऐसे 11 मामलों के सिलसिले में सोमवार रात तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया इन हमलों में किसी को भी कोई चोट नहीं आई है.
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सोमवार को दिप्रिंट के साथ बात करते हुए पश्चिम क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) आर. सुधाकर ने कहा कि पोलाची मामले में वांछित पांच में से तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने इरोड में भी एक शख्स को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा, ‘कोयंबटूर में 22 तारीख की रात को हुई घटनाओं के बाद से हमने सुनिश्चित किया है कि कोई और घटना न हो.’ साथ ही, उन्होंने बताया कि इरोड में भाजपा युवा शाखा के एक नेता के स्वामित्व वाली एक दुकान पर पेट्रोल बम फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक शख्स एसडीपीआई का सदस्य है.
रविवार को कथित रूप से एसडीपीआई से जुड़े कुछ लोगों ने आरएसएस के सलेम टाउन के सामुदायिक संगठक वी.के. राजन के घर पर एक ‘मोलतोव कॉकटेल’ फेंका था, जो फटा नहीं. पुलिस ने अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस हमले के सिलसिले में सलेम एसडीपीआई के जिला अध्यक्ष एन सैयद अली और एसडीपीआई की सलेम वार्ड 34 इकाई के अध्यक्ष के खादीर हुसैन को गिरफ्तार किया है.
हालांकि, पीएफआई की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष मोहम्मद शैक अंसारी ने दावा किया कि हो सकता है कि ये हमले राजनीतिक लाभ के लिए करवाए गए हों.
अंसारी ने कथित तौर पर कहा, ‘एक ऐसा भी वाक़या हुआ था जिसमें एक व्यक्ति ने अपना हाथ काट लिया था और यह दावा करते हुए खुद को एक अस्पताल में भर्ती कराया था कि वह एक आतंकवादी हमले का शिकार हुआ था. (भाजपा-आरएसएस के) एक अन्य पदाधिकारी ने निजी सुरक्षा पाने के लिए दावा किया था कि उसका अपहरण किया गया था, और एक अन्य व्यक्ति द्वारा अपनी ही कार में आग लगाने का एक उदाहरण भी सामने आया था. हमें शक है कि क्या वे यह सुनिश्चित करने की कोशिश में यह (नकली हमले) करवा रहे हैं कि इससे केंद्रीय एजेंसियों की कारवाई को समर्थन मिलेगा.’
उधर, आईजी सुधाकर ने कहा कि कोयंबटूर इस समय ‘हाई अलर्ट’ पर है और राज्य के विभिन्न जिलों के 1,000 पुलिस कर्मियों को वहां की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है. यह कदम द्रमुक के उप महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा की एक टिप्पणी का विरोध करने वाले भाजपा पदाधिकारियों, जिन्होंने आरोप लगाया था कि राजा ने ‘हिंदुओं और हिंदू धर्म को बदनाम किया’ है, की ‘अंधाधुंध गिरफ्तारी’ की निंदा करने के लिए सोमवार को कोयंबटूर में इस पार्टी द्वारा आयोजित प्रदर्शनों से पहले उठाया था.
सुधाकर ने दिप्रिंट को बताया कि इसी तरह से तिरुपुर और इरोड में एक-एक हज़ार पुलिसकर्मियों को लगाया गया है और मेट्टुपालयम तथा पोलाची में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को तैनात किया गया है.
रविवार को सलेम में ताजा हमले होने के साथ ही तमिलनाडु के डीजीपी सी. सिलेंद्र बाबू ने गड़बड़ी पैदा करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (नेशनल सिक्योरिटी एक्टएनएसए) जैसे कड़े क़ानून के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी.
एक के बाद एक हुए इन हमलों के बाद, तमिलनाडु सरकार गहन सलाह मशविरे की मुद्रा में आ गई और शनिवार को मुख्य सचिव वी. इराई अंबू ने कानून-व्यवस्था की स्थिति का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इस बीच, तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के. अन्नामलाई ने राज्य में भाजपा और आरएसएस नेताओं के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग करते हुए राज्य के डीजीपी को एक याचिका सौंपी है.
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