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Thursday, 12 December, 2024
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शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 99 वर्ष की आयु में निधन

सरस्वती का निधन माइनर हार्ट अटैक से हुआ और उन्होंने अपनी अंतिम सांस अपने आश्रम में ही 3 बजकर 50 मिनट पर ली.

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नई दिल्ली: द्वारकापीठ शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 99 वर्ष की आयु में मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में रविवार को निधन हो गया.

सरस्वती का निधन माइनर हार्ट अटैक से हुआ और उन्होंने अपनी अंतिम सांस अपने आश्रम में ही 3 बजकर 50 मिनट पर ली.

शंकराचार्य का अंतिम संस्कार सोमवार को होगा. उनका जन्म 2 सितंबर 1924 को मध्य प्रदेश में ही हुआ था.

उनके निधन की खबर आते ही सभी हलकों से उन्हें श्रद्धांजिल दी जा रही है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘श्री द्वारका-शारदा पीठ व ज्योतिर्मठ पीठ के जगतगुरु शंकराचार्य श्रद्धेय स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का ब्रह्मलीन होना संत समाज की अपूरणीय क्षति है. प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परमधाम में स्थान व शोकाकुल हिंदू समाज को यह दुःख सहने की शक्ति दें. ॐ शांति!’

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के महाप्रयाण का समाचार सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा. स्वामी जी ने धर्म, अध्यात्म व परमार्थ के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. साल 2021 में प्रयागराज में गंगा स्नान के बाद उनका आशीर्वाद प्राप्त कर देश व धर्म की उदारता व सद्भावना पर उनके साथ चर्चा करने का मौका मिला.’

उन्होंने लिखा, ‘स्वामी जी ने मेरे पिता के रहते हुए 1990 में हमारी गृहप्रवेश की पूजा कराई थी. ये पूरे समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में स्वामी जी के अनुयायियों को कष्ट सहने का साहस दें.’

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज जी का निधन अत्यंत दुःखद. ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे. भावभीनी श्रद्धांजलि.’

राज्य सभा सांसद प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन पर पूरा समाज शोकाकुल है. उन्होंने देश के आध्यात्मिक उन्नति में बहुत बड़ा योगदान दिया. श्री शंकराचार्य जी को विनम्र श्रद्धांजलि और प्रणाम.’


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