नई दिल्लीः कांग्रेस ने तीन दिसंबर को बुलंदशहर में हुई हिंसा की न्यायिक जांच की शनिवार को मांग की है और कहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ भाजपा सरकार दोषियों को ‘बचाने’ का काम कर रही है. इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने आरोप लगाया कि भाजपा के अधीन ‘भीड़तंत्र फल-फूल रहा है.’
उन्होंने यहां मीडिया से कहा, ‘घटना के करीब चार हफ्ते बीत गए और पुलिस को अभी भी सिंह के हत्यारे के बारे में पता नहीं है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने हत्यारों को पकड़ने के लिए कुछ नहीं किया.’
उन्होंने कहा, ‘बुलंदशहर एक मात्र घटना नहीं है. जब से भाजपा सत्ता में आई है, तब से ऐसी अनेकों घटनाएं हुई हैं, जहां भाजपा नेता और उनके गुंडों ने पुलिस अधिकारियों को धमकाया, तिरस्कार किया और उनपर हमले किए.’
आदित्यनाथ पर सिंह की हत्या की जांच के स्थान पर केवल गोकशी पर ध्यान देने का आरोप लगाते हुए बब्बर ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश या इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित एक न्यायिक जांच ही न्याय दिला सकती है और सच्चाई को बाहर ला सकती है.
उन्होंने कहा, ‘जब से नरेंद्र मोदी 2014 से सत्ता में आए हैं, भीड़तंत्र धीरे-धीरे अपना स्थान कायम कर रहा है. पूरे देश में हिसा और हत्या की कई वारदातें हुई हैं, लेकिन किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. जब शासक भीड़तंत्र को संरक्षण देता है, तो प्रशासन असहाय हो जाता है.’
बब्बर भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह के बयान की ओर इशारा कर रहे थे, जिसमें वह बता रहे थे कि कैसे आदित्यनाथ के अधीन सिंह के हत्यारों को बचाने की कोशिश की जा रही है.
सिंह ने शुक्रवार को दावा किया था कि ‘जब भीड़ अनियंत्रित हो गई, तब इंस्पेक्टर सुबोध ने जल्दबाजी में खुद को गोली मार ली.’
यह दावा करते हुए कि भाजपा के शासन में उत्तर प्रदेश में महिलाओं समेत आम आदमी भी सुरक्षित नहीं है, बब्बर ने कहा कि आदित्यनाथ सरकार ने सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है. उन्होंने मांग की कि बुलंदशहर घटना की तत्काल न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए.