नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि वह सीमा क्षेत्र में चुनौती दिए जाने पर दृढ़ बने रहे. 2 साल पहले, कोविड के बीच चीन न समझौते का उल्लंघन करते हुए चाल चली थी. लेकिन हम अपनी जमीन पर खड़े रहे और बिना किसी रियायत के इस पर काम कर रहे हैं. दुनिया ने माना कि देश अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम है.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर गुजरात के आईआईएम अहमदाबाद में ये बातें कही. वह छात्रों को भारतीय विदेश नीति पर संबोधित और बातचीत कर रहे थे.
External Affairs Minister, Dr S Jaishankar is speaking at IIM Ahemdabad in Gujarat where he is addressing & interacting with students on Indian Foreign Policy
— ANI (@ANI) September 3, 2022
आईआईएम अहमदाबाद में ईएएम डॉ एस जयशंकर ने कहा कि, ‘हम आज 7-8% की आर्थिक रिकवरी ओर बढ़ रहे हैं. दुनिया हमारी अर्थव्यवस्था को बहुत सम्मान के साथ देखती है. लॉकडाउन के बाद से आज तक 800 मिलियन लोग सरकार से आनाज पा रहे हैं, इसलिए हमारे पास बीमारी की तुलना में भूख से मरने वाले लोग नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि भारत ने बड़ा सामाजिक बदलाव देखा. स्वच्छ भारत और शौचालय निर्माण ने दुनिया का ध्यान खींचा, जो कि हमारी छवि पर धब्बा था. तथ्य यह है कि हमने स्वच्छता में स्पष्ट सुधार के साथ 100 मिलियन शौचालयों का निर्माण किया है, इसका वास्तव में विदेशों में बड़ा प्रभाव पड़ा है.
डॉ. जयशंकर ने कहा कि तथ्य यह है कि हमने अपनी खुद की वैक्सीन बनाई है, वास्तव में इसकी गूंज दुनिया भर में हुई और हमें सम्मान मिला. मेड इन इंडिया हमारे ब्रांड को अपग्रेड करने के लिए महत्वपूर्ण रूप से जिम्मेदार है.
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