नई दिल्ली: अर्थशास्त्री सुरजीत भल्ला ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) से इस्तीफा दे दिया है. भल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की नोटबंदी और अन्य आर्थिक मुद्दों के मुखर समर्थक रहे हैं. भल्ला परिषद में अंशकालिक सदस्य थे. भल्ला पिछले दो दिनों में इस्तीफा देने वाले मोदी सरकार के दूसरे हाई प्रोफाइल अधिकारी हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भल्ला के इस्तीफे पर खुलासा तब हुआ, जब पीएमओ ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जो एक दिसंबर को दिया गया था. ‘अपने अनुरोध में उन्होंने कहा है कि वह किसी अन्य संस्था से जुड़ेंगे.’
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे के एक दिन बाद भल्ला के इस्तीफे की घोषणा हुई है, जो पिछले 40 सालों में पहली घटना है.
भल्ला ने ट्वीट किया कि उन्होंने एक समाचार चैनल के साथ बतौर कंसल्टेंट काम करने और वर्ष 1952 से भारतीय चुनाव पर एक किताब पर काम करने के लिए एक दिसंबर को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत की भविष्यवाणी की थी.
बता दें कि उर्जित पटेल समेत कई वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए वर्तमान सरकार से किनारा किया है. जून में अरविंद सुब्रह्मण्यम ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए मुख्य आर्थिक सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था. पिछले साल अगस्त में अरविंद पनगढ़िया ने अपने शिक्षण करियर में लौटने के लिए नीति अयोग के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.