दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के चित्रित कार्टून में, आलोक निरंतर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड से बाहर करने पर तंज किया है. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने नागपुर के एक कार्यक्रम में कहा था कि वो कभी-कभी ‘राजनीति छोड़ने’ के बारे में सोचते थे.
साजिथ कुमार ने इस साल जून में सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा है कि कैसे 2002 बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में 11 दोषियों को जेल से रिहा किया गया है. अदालत ने, 2002 के गुजरात दंगों के मामले में पीएम नरेंद्र मोदी की दोषमुक्ति को चुनौती देने वाले दिवंगत कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की पत्नी की याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि याचिका ‘बर्तन को गर्म रखने’ के लिए दायर की गई थी.
नाला पोनप्पा ने भी बिलकिस बानो मामले में दोषी ठहराए गए और उम्रकैद की सजा पाए 11 लोगों की रिहाई पर तंज किया है.
ई.पी. उन्नी भारत में ‘तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप’ के कारण भारतीय फुटबॉल पर फीफा प्रतिबंध के बाद शीर्ष खिलाड़ियों के साथ-साथ प्रमुख आईएसएल और आई-लीग क्लबों के तनाव पर तंज किया है.
कीर्तिश भट्ट ने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए दूध कंपनियों के फैसले का हवाला देते हुए उदाहरण दिया है. उन्होंने एक टीवी न्यूज एंकर को गायों से पूछते हुए दिखाया है कि ‘देश आपसे जानना चाहता है कि दूध की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?’
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