पुनर्गठित भाजपा संसदीय बोर्ड पार्टी के बढ़ते कांग्रेसीकरण को दर्शाता है. अच्छे रिकॉर्ड वाले नेताओं को हटाना और राजनीतिक हल्केपन को बढ़ावा देना कांग्रेस आलाकमान की खासियत है. वहीं योगी और हिमंता जैसे जन नेताओं को निकालना, यह भाजपा जैसी राजनीतिक रूप से चतुर पार्टी का कांग्रेस जैसी गलतियां करना है.