पोखरण: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दशकों तक कांग्रेस शासन के दौरान भारत द्वारा मामूली या कोई प्रगति नहीं करने के आरोप पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को हमला बोलते हुए कहा कि यह उन सभी लोगों का अपमान है, जिन्होंने राष्ट्र का निर्माण किया.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे राहुल गांधी ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा, ‘मोदी जी का कहना है कि उनके प्रधानमंत्री बनने से पहले भारत सो रहा था. यह उन सभी भारतीयों का अपमान है, जिन्होंने इस राष्ट्र का निर्माण किया.’
उन्होंने कहा कि मोदी पहले अक्सर नौकरियों के सृजन और भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने की बात किया करते थे लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सब भूल गए.
उन्होंने कहा, ‘मोदी अक्सर कहते थे कि मुझे प्रधानमंत्री मत बनाइए, मुझे देश का चौकीदार बनाइए. प्रधानमंत्री बनने के पहले वह अक्सर नौकरियों के सृजन, किसानों के लिए दाम की बात करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सब कुछ भूल गए.’
राहुल ने कहा कि राजस्थान में जिन युवाओं से उन्होंने बात की, वे सभी बेरोजगार थे. किसानों ने उनके उत्पाद के सही दाम नहीं मिलने की शिकायत की.
राहुल ने काले धन के मुद्दे को लेकर मोदी के खिलाफ हमला बोला और संकेत दिया कि मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने व्यापारी विजय माल्या की बैंकों से भारी ऋण लेकर उसे चुकाने में विफल रहने पर भारत से भागने में उसकी मदद की.
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने आपसे कहा था यह (नोटबंदी) काले धन के खिलाफ लड़ाई है..लेकिन हुआ यह कि उनके धनाढ्य मित्रों ने अरबों रुपये की काली कमाई को सफेद में बदल दिया. कुछ महीनों बाद नीरव मोदी 35 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर भाग गया. एक अकेला शख्स मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) का पूरे एक साल का बजट लेकर फरार हो गया.’
उन्होंने कहा, ‘देश से भागने से पहले माल्या ने जेटली से मुलाकात की थी और जेटली ने उसे भागने दिया. यह है मोदी की काले धन के खिलाफ लड़ाई.’
संविधान मिटाने की साजिश सफल नहीं होने दूंगा: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को परोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग भारत के संविधान का अस्तित्व मिटाने की साजिश रच रहे हैं, उनको वह और उनकी पार्टी कामयाब नहीं होने देंगे. राहुल गांधी ने संविधान दिवस के मौके पर ट्वीट के जरिए कहा, ‘भारत का संविधान हमारे संघर्ष और अस्तित्व, दोनों की पहचान है. यह हमारा दर्शन और गौरव है. इसके रंग हमारे रंग हैं.’
भारत का संविधान हमारे संघर्ष और अस्तित्व दोनों की पहचान है|
यह हमारा दर्शन है| हमारा अभिमान है|
हमारे रग-रग में इसका रंग है|
इसको मिटाने की षड्यंत्र करने वाले जान लें: ना तो ऐसा करने की उनमें हैसियत है, ना कांग्रेस पार्टी और मैं कभी भी उन्हें ये करने देंगे|#ConstitutionDay pic.twitter.com/dRn8QPjuN1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 26, 2018
उन्होंने कहा, ‘जो इसका अस्तित्व मिटाने की साजिश रच रहे हैं, उनको मालूम हो कि न तो उनमें क्षमता है और न ही मैं और कांग्रेस पार्टी उनको वैसा करने की अनुमति देंगे.’
राहुल गांधी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान के दौरान भाजपा और आरएसएस पर संविधान पर हमला करने का आरोप लगाते रहे हैं.
देश का संविधान 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया था, इसलिए 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है. हालांकि संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)