गुजरात में जहरीली शराब से हुई मौतें उस पाखंडी नीतिवाद का परिणाम है जो भारत की शराब नीति को दिशा दे रही है. शराबबंदी और टैक्स सिर्फ गरीबों को शराब की अवैध बिक्री की ओर ले जाती है. औसतन तीन भारतीय हर दिन जहरीली शराब से मरते हैं. सच है कि शराब हानिकारक है लेकिन इस पर बंदी मृत्यु के आंकड़े को ही बढ़ाता है.