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Thursday, 19 December, 2024
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खट्टर ने कहा, ‘जर्मनी एकीकरण’ की तरह, भारत में पाकिस्तान-बांग्लादेश विलय संभव

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करने के बाद यह टिप्पणी की.

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नई दिल्ली: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि ऐसे समय में जब सबसे पिछड़े वर्ग की एक महिला को भारत की राष्ट्रपति बनने का मौका मिला है, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देश ‘मार धाड़’ (हिंसा) करने में लगे हैं.

मोर्चा की एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करने के बाद यह टिप्पणी की. उन्होंने यह भी चुटकी ली कि जब ‘पूर्वी जर्मनी और पश्चिमी जर्मनी एकजुट हो सकते हैं, तो भारत के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश का विलय भी संभव हो सकता है.’

श्रीलंका का सीधे तौर पर जिक्र न करते हुए उन्होंने कहा कि ‘किसी देश के राष्ट्रपति को भागना पड़ता है क्योंकि वहां शांति नहीं है.’

मोर्चा प्रेस रिलीज के अनुसार, सीएम ने पड़ोसी देशों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे देश में लोकतांत्रिक तरीके से सबसे पिछड़े वर्ग की एक महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिला है. यह भारत में ही संभव है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जहां शांति की शपथ ले रही हैं, वहीं बांग्लादेश और पाकिस्तान लड़ रहे हैं, एक देश का राष्ट्रपति भाग रहा है, वहां शांति नहीं है. उन्होंने कहा कि हम शांति और अमन चाहते हैं.’

खट्टर ने आगे कहा कि भाजपा का मुख्य लक्ष्य भारत को ‘दुनिया का मुखिया’ बनाना है.

अल्पसंख्यक समुदायों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन गुरुग्राम स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में किया गया. इस मौके पर बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख जमाल सिद्दीकी भी मौजूद थे.

सिद्दीकी ने दिप्रिंट को बताया, ‘इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए, हम अपनी टीम को मजबूत करना चाहते हैं और इसके साथ ही समाज के कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से पसमांदा समुदाय के लिए मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे कामों को सामने लाने के अनोखे तरीके खोजना चाहते हैं.’

खट्टर ने विभाजन को ‘दर्दनाक’ बताया और कहा कि यह धार्मिक आधार पर था. उन्होंने दावा किया कि अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों को ‘अल्पसंख्यक’ टैग दिया गया है ताकि उनमें ‘डर और असुरक्षा की भावना’ विकसित न हो.

‘अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की भावना पैदा कर रही है कांग्रेस’

अल्पसंख्यक मोर्चा के बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस संघ का भय दिखाकर अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की भावना पैदा कर रही है. लेकिन धीरे-धीरे अल्पसंख्यक अब बीजेपी के कामों और बातों को समझने लगे हैं. उन्होंने कांग्रेस की सोच और विचारधारा को भी समझना शुरू कर दिया है.’

कांग्रेस पर तंज कसते हुए खट्टर ने कहा कि विपक्षी दल को ‘भारत माता’ के नारों से भी ‘तकलीफ’ है.

मोर्चा के बयान में आगे कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री ने कहा कि 1984 में भाजपा के पास लोकसभा में दो सीटें थीं. लेकिन 12 साल बाद अटल विहारी वाजपेयी ने सरकार बनाई. हालांकि वह सरकार अन्य पार्टियों पर निर्भर थी. फिर 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आई. उन्होंने कहा कि मोदी का एकमात्र नारा ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ है. अब अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुसलमानों के बीच भाजपा में विश्वास बनने लगा है.’

प्रशिक्षण शिविर के चार सत्र थे, जिनमें से एक को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला ने संबोधित किया था. मोर्चा के बयान में कहा गया, ‘दूसरे सत्र में उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने सामाजिक उत्थान में पिछड़े अल्पसंख्यक समाज की भूमिका पर अपने विचार रखे.’


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