नई दिल्ली: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बहन और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबैया सईद 1989 के अपहरण में अपना बयान दर्ज कराने के लिए शुक्रवार को यहां केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत में पेश हुईं.
सीबीआई वकील मोनिका कोहली ने बताया, ‘गवाह रूबैया सईद का बयान अदालत में दर्ज किया गया है. उसने यासीन मलिक की पहचान कर ली है. सुनवाई की अगली तारीख 23 अगस्त है. उन्होंने चार आरोपियों की पहचान की है.’
#WATCH | 1989 kidnapping case: Visuals of Rubaiya Sayeed, sister of PDP chief Mehbooba Mufti, while being brought out of Spl TADA court in Jammu yesterday. She identified Yasin Malik & 3 other accused, before the court yesterday. The next date of hearing in the matter is 23rd Aug pic.twitter.com/AAUqCjDuHX
— ANI (@ANI) July 16, 2022
वरिष्ठ अधिवक्ता और पीडीपी प्रवक्ता अनिल सेठी ने बताया कि यासीन मलिक भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मामले में पेश हुए. उन्होंने इस मामले में जम्मू में हाजिर होने का भी अनुरोध किया है.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत ने इस साल मई में यासीन मलिक को टेरर फंडिंग मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. एनआईए कोर्ट ने मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाते हुए 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया. उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. एनआईए ने 19 मई को अलगाववादी नेता के लिए मौत की सजा की मांग की थी.
अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि यासीन मलिक ने सीबीआई अदालत से कहा कि वह रुबैया सईद अपहरण मामले में गवाहों से खुद पूछताछ करना चाहता है वरना वो जेल में भूख हड़ताल पर बैठ जाएगा.
उन्होंने बताया कि मलिक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अदालत के सामने पेश हुए और कहा कि उन्होंने सरकार को शारीरिक उपस्थिति के लिए पत्र लिखा है.
मलिक ने अदालत से कहा कि वो खुद गवाहों से जिरह करने का अनुरोध किया है और अगर सरकार ने उनकी याचिका स्वीकार नहीं की तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
अधिकारियों ने कहा कि मलिक ने अदालत से कहा कि वह 22 जुलाई तक सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं, ऐसा नहीं करने पर वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे.
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