नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने बुधवार को अपने ताज़ा आदेश में विश्वविद्यालय से कहा है, कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 12वीं क्लास के नतीजे आ जाने के बाद ही, अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में नामांकन की अंतिम तिथि तय करें.
इससे पहले सीबीएसई ने यूजीसी को अवगत कराया था, कि कुछ विश्वविद्यालयों ने 12 कक्षा के परिणाम घोषित हुए बिना ही अपनी दाख़िला प्रक्रिया शुरू कर दी है. सीबीएसई के अनुसार ये परिणाम जुलाई के अंतिम सप्ताह में आने की अपेक्षा है.
यूजीसी सचिव रजनीश जैन के हस्ताक्षर से बुधवार को जारी नोटिस में कहा गया, ‘हमें सूचना मिली है कि कुछ विश्वविद्यालयों ने सत्र 2022-23 के लिए अंडरग्रेजुएट कोर्सेज़ में पंजीकरण शुरू कर दिया है. इस परिदृश्य में अगर सीबीएसई नतीजों से पहले विश्वविद्यालय अंतिम तिथि तय कर देते हैं, तो सीबीएसई के छात्र अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाख़िले से वंचित रह जाएंगे’.
अन्य उच्चतर शिक्षण संस्थानों के कॉलेज प्रिंसिपल्स और निदेशकों को मार्क किए पत्र में, आगे कहा गया कि ‘सभी उच्चतर शिक्षण संस्थान सीबीएसई द्वारा 12वीं कक्षा के परिणामों के ऐलान के बाद, अपनी अंडरग्रेजुएट दाख़िला प्रक्रिया की अंतिम तिथि निर्धारित कर सकते हैं, जिससे कि ऐसे छात्रों को यूजी पाठ्यक्रमों में दाख़िले का पर्याप्त समय मिल जाए’.
यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने बुधवार को इस आदेश को ट्वीट पर भी साझा किया.
लेकिन, मार्च में सीयूईटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के लॉन्च के समय कुमार ने कहा था, कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों को अंडरग्रेजुएट कोर्सेज़ में छात्रों के पंजीकरण के लिए, 12वीं क्लास में हासिल उनके अंकों की बजाय, सीयूईटी स्कोर का इस्तेमाल करना होगा.
यूजीसी ने ऐलान किया है कि सीयूईटी 15 जुलाई और 4 अगस्त के बीच दो चरणों में कराई जाएगी.
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CBSE का UGC से अनुरोध
सीबीएसई ने शिक्षण सत्र 2021-22 के लिए 12वीं की परीक्षा दो चरणों में कराई थी. पहली परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, जबकि छात्रों को अभी भी अंतिम नतीजों का इंतज़ार है.
पिछले साल, महामारी के चलते शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द किए जाने के बाद, सीबीएसई एक विशेष मूल्यांकन स्कीम लेकर आया था.
नोटिफिकेशन में कहा गया कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 को दो अवधियों में बांटा जाएगा, और हर अवधि में 50 प्रतिशत सिलेबस रखा जाएगा.
यूजीसी की ओर से ये नोटिस तब जारी किया गया, जब सीबीएसई ने आयोग से मांग की थी कि अंडरग्रेजुएट कोर्सेज़ में नामांकन के लिए पंजीकरण की तारीख़ें, 12वीं क्लास के नतीजों की तारीख़ों को ध्यान में रखकर रखी जाएं.
28 जून को यूजीसी को भेजे गए एक पत्र में सीबीएसई ने लिखा, ‘हमें ख़बर मिली है कि भारत के कुछ विश्वविद्यालयों ने, ख़ासकर महाराष्ट्र में, सत्र (2022-23) के लिए अंडरग्रेजुएट कोर्सेज़ का पंजीकरण शुरू कर दिया है, और उनकी अंतिम तिथि जुलाई का पहला सप्ताह है’.
पत्र में आगे कहा गया, ‘इसलिए, अनुरोध किया जाता है कि कृपया सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया जाए, कि अपनी अंडरग्रेजुएट दाख़िला प्रक्रिया की अंतिम तिथि तय करते हुए, वो सीबीएसई की ओर से 12वीं कक्षा के नतीजों की तिथि का ध्यान रखें’.
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