scorecardresearch
Sunday, 3 November, 2024
होमविदेशनासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप ने ली ब्रह्मांड की पहली रंगीन तस्वीर, क्लियर फोटो में दिखे मनमोहक नजारे

नासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप ने ली ब्रह्मांड की पहली रंगीन तस्वीर, क्लियर फोटो में दिखे मनमोहक नजारे

नासा प्रमुख बिल नेल्सन ने बताया कि इस तस्वीर में ब्रह्मांड की जो रौशनियां दिख रही हैं उनमें से कम से कम कुछ 13 अरब साल पहले की हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: नासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप ने ब्रह्मांड की पहली रंगीन तस्वीर खींची है. जिसमें ब्रह्मांड की क्लियर इमेज नजर आ रही है. हाई रिजॉल्यूशन तस्वीर में दिखाई दे रहीं कुछ रौशनियां 13 अरब साल पहले की है. नासा ने दावा किया है कि ये तस्वीर ब्रह्मांड की अब तक की सबसे दूरस्थ और सबसे विस्तृत तस्वीर है.

नासा प्रमुख बिल नेल्सन ने बताया कि इस तस्वीर में ब्रह्मांड की जो रौशनियां दिख रही हैं उनमें से कम से कम कुछ 13 अरब साल पहले की हैं. ये फोटो बिग बैंग के 80 करोड़ साल बाद की हैं. बता दें कि वैज्ञानिक मानते हैं कि ब्रह्मांड की शुरुआत एक विशाल धमाके यानी बिग-बैंग से 13.8 अरब साल पहले हुई थी.

नासा प्रमुख ने इन तस्वीरों के बार में बात करते हुए बताया कि ये ब्रह्मांड की ली गई अब तक की सबसे हाई रेजॉल्यूशन तस्वीरें हैं. इन तस्वीरों में आकाशगंगा भी दिखाई दे रही हैं.

नासा प्रमुख बिल नेल्सन ने कहा कि कि जो तस्वीर दिखाई जा रही है वह 4.6 अरब साल पुराने तारा समूह SMACS0723 की है. तारों के इस समूह का कुल भार गुरुत्वाकर्षण लेंस की तरह काम करता है और इसके पीछे मौजूद आकाशगंगाओं से आ रहे प्रकाश को फैला देता है.

इस तस्वीर को 10 अरब डॉलर की लागत से बने जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप से लिया गया है , जिसे पिछले साल दिंसबर में लॉन्च किया गया था. ये टेलिस्कोप आकाश की कई बारीकियों की निरगानी तो कर ही सकता है इसके अलावा इसके दो बड़े लक्ष्य हैं. पहला, 13.5 अरब साल से भी पहले से चमकने वाले सबसे पहले सितारों की तस्वीरें लेना. इसका दूसरा लक्ष्य ऐसे ग्रहों की खोज करना है जहां पर जीवन होने की उम्मीद हो.

ब्रह्मांड की तस्वीर. फोटो- नासा

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी यह तस्वीर दिखाई गई जिस बारे में उन्होंने कहा, ‘यह तस्वीर दुनिया को याद दिलाएगी कि अमेरिका बड़े-बड़े काम कर सकता है. और अमेरिकियों, खासकर बच्चों को यह अहसास दिलाएंगी कि कुछ हमारी क्षमताओं के बाहर नहीं है.’

तस्वीर में दिखाई दे रहा SMACS 0723 आकाश गंगाओं का एक बड़ा समूह है. वैज्ञानिक इसे गुरुत्वाकर्षण लेंस कहते हैं क्योंकि इसमें दूर-दूर तक की रौशनी दिखाई देती है.

वेब टेलिस्कोप के संचालन परियोजना में काम करने वालीं वैज्ञानिक जेन रिग्बी ने टेलिस्कोप से पहली फ़ोकस की गई तस्वीर को देखने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया साझा की. उन्होंने कहा, ‘इससे पहले, पहली फ़ोकस की गई तस्वीरें जो हमने लीं, वे रेजर-शार्प थीं. ये मेरे लिए काफी हैरान और इमोशनल करने वाला था. इस पर मेरी प्रतिक्रिया थी जैसे ओह माय गुड, यह काम करता है. और यह हमारे विचार से बेहतर काम करता है …इस चीज़ को बनाने के लिए इंजीनियरों ने जो किया है वह अद्भुत है.’


यह भी पढ़ें-कोलकाता भारत का सबसे नया, सबसे बड़ा घोटालेवाला ज़ोन है, पुलिस और YouTubers इसे बंद नहीं कर सकते


 

share & View comments