देवघर/ बिहार/ नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि लोक-लुभावने कदमों पर आधारित ‘शॉर्ट-कट’ राजनीति देश को तबाह कर सकती है. उन्होंने कहा कि जिस देश की राजनीति शॉर्टकट पर आधारित हो जाती है, उसका एक ना एक दिन शॉर्ट सर्किट भी हो जाता है. वहीं देर शाम वह पटना पहुंचे और बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा बिहार क्रांति की धरती है. जब देश में संविधान कुचलने का प्रयास हुआ तो उसके खिलाफ बिहार ने आगे आकर विरोध का बिगुल फूंका.
प्रधानमंत्री ने पहले देवघर में 16,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया वहीं देर शाम को बिहार विधान सभा के शताब्दी समारोह के समापन समारोह को संबोधित किया.
बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए पीएम ने कहा, ‘ बिहार का ये सौभाग्य है कि जो बिहार से स्नेह करता है, बिहार उस प्यार को कई गुना करके लौटाता है. आज मुझे बिहार विधानसभा परिसर में आने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य भी मिला है.’
उन्होंने कहा मुझे कुछ समय पहले शताब्दी स्मृति स्तंभ के लोकार्पण का अवसर भी मिला. ये स्तंभ बिहार के गौरवशाली अतीत का प्रतीक तो बनेगा ही, साथ ही ये बिहार की कोटि-कोटि आकांक्षाओं को भी प्रेरणा देगा.
बिहार की गौरवशाली विरासत को याद करते हुए पीएम ने कहा, ‘मैं जब भी बड़े वैश्विक मंच पर जाता हूं, तो बड़े गर्व से कहता हूं कि विश्व में लोकतंत्र की जननी हमारा भारत है, भारत Mother of Democracy है. बिहार की गौरवशाली विरासत, पाली में मौजूद ऐतिहासिक दस्तावेज़ भी इसके जीवंत प्रमाण हैं.’
जब दुनिया के बड़े भू-भाग सभ्यता और संस्कृति की ओर अपना पहला कदम बढ़ा रहे थे, तब वैशाली में परिष्कृत लोकतंत्र का संचालन हो रहा था।
जब दुनिया के अन्य क्षेत्रों में जनतांत्रिक अधिकारों की समझ विकसित होनी शुरू हुई थी, तब लिच्छवी और वज्जीसंघ जैसे गणराज्य अपने शिखर पर थे।
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— BJP (@BJP4India) July 12, 2022
पीएम ने कहा बिहार ने आजाद भारत को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के रूप में पहला राष्ट्रपति दिया. लोकनायक जयप्रकाश, कर्पूरी ठाकुर और बाबू जगजीवन राम जैसे नेतृत्व इस धरती पर हुए. जब देश में संविधान को कुचलने का प्रयास हुआ, तो भी उसके खिलाफ बिहार ने आगे आकर विरोध का बिगुल फूंका.
देवघर का विकास, 16,800 करोड़ की सौगात
देवघर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, ‘देश के सामने शॉर्ट-कट राजनीति की बड़ी चुनौती है, लेकिन यह भी बड़ी सच्चाई है कि जिस देश की राजनीति शॉर्ट-कट पर आधारित हो, वहां शॉर्ट-सर्किट हो सकता है. यह देश को तबाह कर सकती है.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘देश आजादी के 100 वर्ष पूरे होने की ओर बढ़ेगा तो हम उसे केवल कठोर परिश्रम से ही नयी ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं. लोक-लुभावने कदम उठाकर, दूरगामी परिणामों के बारे में सोचे बिना शॉर्ट-कट अपनाकर जनता के वोट हासिल करना बहुत आसान है.’
पीएम ने कहा कुछ कुछ सरकारें होती हैं, जिसके दिल में सेवा भाव नहीं, सत्ता भाव होता है. लेकिन भाजपा की सरकार, गरीब की सेवा की भावना से जी-जान से काम कर रही है. हमारी सरकार गरीब की मुश्किल समझती है, गरीब के सुख-दुख की साथी है.’
आज देश के सामने 'शॉर्टकट की राजनीति' वाली चुनौती आ खड़ी हुई है।
जिस देश की राजनीति शॉर्टकट पर आधारित हो जाती है, उसका एक ना एक दिन शॉर्ट सर्किट भी हो जाता है।
शॉर्टकट की राजनीति देश को तबाह कर देती है, ऐसी राजनीति से हमें दूर रहना है।
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उन्होंने बिना बोले एक साथ सारी विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा ये जो विकास हो रहा है ये सिर्फ नारा बोलने के लिए नहीं है, ये हमारी निष्ठा, नीयत और परिश्रम का प्रमाण है. जिनको पहले सिर्फ राजनीतिक नारों में समेट दिया गया था उनको बीते 8 वर्षों में हमने सशक्त किया है.
पीएम ने देवघर में एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के बाद रैली को संबोधित करते हुए कहा,’ बाबा बैद्यनाथ धाम हो, काशी विश्वनाथ धाम हो, केदारनाथ धाम हो, अयोध्या धाम हो, रामायण सर्किट हो, भगवान बुद्ध से जुड़े पवित्र स्थान हों,
देश में आस्था, अध्यात्म और ऐतिहासिक महत्व से जुड़े हर स्थान में आधुनिक सुविधाएं तैयार की जा रही हैं.’
मोदी ने यह भी कहा कि भारत आस्था और अध्यात्म की धरती है और तीर्थयात्रियों ने हमें एक बेहतर समाज तथा देश बनाया है.
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