नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आखिरकार इस्तीफा देने की ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि वह पद छोड़ देंगे और उनकी कंजरवेटिव पार्टी एक नए नेता और प्रधानमंत्री का चुनाव करेगी.
बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘मुझे अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है, मैं एक नए नेता के आने तक काम जारी रखूंगा.’
देश को संबोधित करते हुए जॉनसन भावुक दिखे, उन्होंने कहा, हमें ब्रिटेन के हर हिस्से की क्षमता को उजागर और प्रोत्साहित करने की ज़रूरत है. उन्होंने दावा किया कि अगर ब्रिटेन ऐसा करने में कामयाब होता है तो यह देश यूरोप में सबसे समृद्ध देश होगा.’
उन्होंने कहा, ‘2019 में मेरे नेतृत्व में पार्टी को 1987 के बाद सबसे बड़ा बहुमत मिला था. हमारा वोट शेयर 1979 के बाद सबसे ज्यादा था.’
उन्होंने यह भी कहा कि मैंने अपने कार्यकाल के दौरान जो भी काम किए, उन पर गर्व है.’ उन्होंने ब्रेग्जिट के साथ कोरोना महामारी से देश को निकाल फेंकने की बात कही. साथ ही वैक्सीनेशन कार्यक्रम की सफलता का भी जिक्र करते हुए जॉनसन बोले, ‘यूक्रेन की मदद में भी ब्रिटेन ने पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है.’ अपने संबोधन को खत्म करने के दौरान उन्होंने पार्टी के साथियों को शुक्रिया कहा.
जॉनसन ने आगे कहा, ‘सरकार को अभी बाकी बचे कार्यकाल में काफी कुछ करना है. मैंने साथियों को काफी समझाने की कोशिश की कि प्रधानमंत्री को बदलना एक गलत कदम होगा. लेकिन मैं उन्हें समझा नहीं पाया. मैं तब तक काम कर रहा हूं जब तक पार्टी के साथियों की मदद करते रहेंगे.’
भावुक जॉनसन ने कहा जैसे की कोई भी अपनी नौकरी छोड़ते हुए निराश होता है वैसे मैं भी सबसे अच्छी नौकरी छोड़कर दुखी हूं.
यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पुष्टि की कि वह पद छोड़ देंगे और उनकी कंजरवेटिव पार्टी एक नए नेता और प्रधानमंत्री का चुनाव करेगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है, मैं नए नेता के आने तक काम जारी रखूंगा.’
गौरतलब है कि बुधवार शाम जॉनसन से प्रधानमंत्री निवास 10, डाउनिंग स्ट्रीट में कई मंत्री से मिले थे और उनसे पद छोड़ने की बात कही थी. हालांकि, बोरिस जॉनसन के शीर्ष सहयोगियों में से एक ने बुधवार की शाम दावा किया था कि वह ‘बेहद उत्साहित हैं’ और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के लिए परेशानियों का डटकर सामना करेंगे. वहीं गृह मंत्री प्रीति पटेल सहित मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री के कई करीबी अब उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
इस खबर के आने से कुछ देर पहले, देश के नए वित्त मंत्री नदीम जहावी ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग की थी. जॉनसन के उन्हें नया वित्त मंत्री नियुक्त करने के 36 घंटे बाद ही उन्होंने यह मांग की.
जहावी ने एक पत्र लिखकर जॉनसन के नेतृत्व पर सवाल उठाया और कहा, ‘ प्रधानमंत्री आपको अपने दिल में पता है कि सही कदम क्या होगा …अब जाइए.’
इससे पहले जॉनसन के 39 से ज्यादा मंत्री और संसदीय सचिव भी उनका साथ छोड़ चुके थे. सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों की बगावत के बाद 24 घंटे से भी कम समय में जॉनसन के मंत्रियों ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से लगातार प्रधामंत्री बोरिस जॉनसन भी पद छोड़ने का दबाव बन रहा था.
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