सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन करने वाले स्वामी संदीपानंद ने हमले के लिए भाजपा-आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है.
तिरुवनंतपुरम: सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश को मंजूरी देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के एक समर्थक पुजारी के आश्रम पर शनिवार तड़के हमला किया गया. केरल पुलिस ने कहा कि घटना की जांच एक विशेष टीम से कराई जाएगी.
स्वामी संदीपानंदजी गिरी ने संयुक्त रूप से भाजपा-आरएसएस को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया.
जबकि सबरीमाला तांत्री परिवार के एक सदस्य ने कहा कि साधू ने दक्षिणपंथी ताकतों को फंसाने के लिए खुद ही अपनी संपत्ति को जला दिया.
गिरी ने कहा कि बीती रात करीब 2 बजे आश्रम परिसर के बाहर खड़े दो कारों और दोपहिया वाहन को जला दिया गया.
गिरी ने राज्य में सबरीमाला मंदिर के फैसले के विरुद्ध भाजपा-आरएसएस के रुख के खिलाफ मजबूत पक्ष लिया था.
घटना के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गिरी के आश्रम का दौरा किया.
गिरी ने अपनी जान के खतरे की आशंका जताते हुए विजयन से कहा, ‘संघ परिवार के खिलाफ मेरे पक्ष को देखते हुए वे मुझे चुप कराना चाहते हैं.’
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा को तत्काल इस घटना पर कार्रवाई करने को कहा. विजयन ने आश्रम में मीडिया से कहा कि केरल की धर्मनिरपेक्ष सोच गिरी के साथ है.
उन्होंने कहा, ‘जो भी इस घटना के पीछे हैं, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाआें के प्रवेश की इजाज़त दी थी. तब से ही इसका विरोध जारी है. विरोध करने वालों ने तमाम कोशिशों के बावज़ूद अब तक किसी महिला को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया है.