नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि बीजेपी को पूर्वोत्तर राज्यों के लंबे समय से लंबित मुद्दों का एक ‘स्थायी हल’ मिल गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में कोई समस्या नहीं होगी और 2024 तक इसके सभी मुद्दों का समाधान कर दिया जाएगा.
गृह मंत्री ने राजनीतिक संकल्प पर अपने संबोधन के दौरान बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोलते हुए यह बातें कही हैं.
गौरतलब है कि कुछ समय पहले केंद्र ने नागालैंड के सात जिलों में 15 पुलिस थाना क्षेत्रों से, मणिपुर के छह जिलों में 15 पुलिस थाना क्षेत्रों और पूरी तरह से 23 जिलों और असम में आंशिक रूप से एक जिले से आफस्पा को हटा दिया था.
असम और मेघालय की सरकारों ने इस साल मार्च में अपने 50 साल पुराने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किया था. गृह मंत्रालय द्वारा जांच और विचार के बाद 31 जनवरी को दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अमित शाह के सामने एक प्रस्ताव का मसौदा रखा था जिसके दो महीने बाद असम और मेघालय ने समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया को जानकारी देते हुए अमित शाह के भाषण का हवाला देते हुए कहा, ‘यह हमारे लिए उत्तर-पूर्व में एक यात्रा रही है और गृह मंत्री ने हमें बताया कि उन्हें खुशी है कि अब हमारे पास एक स्थायी समाधान है.’
नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू नहीं होने के कारण के संबंध में अमित शाह का हवाला देते हुए बिस्वा ने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए सुधारों पर विपक्ष की आपत्ति के कारण देरी हुई है. हालांकि सरकार प्रतिबद्ध है सीएए को लागू करना है.
उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं कि सीएए समेत मोदी सरकार के कई सुधारों पर विपक्ष कई बातों पर आपत्ति जताता रहा है. देरी हुई है लेकिन हम सीएए को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और नियम बनाए जाएंगे.’
यह बताते हुए कि बीजेपी पूर्वोत्तर क्षेत्र की समस्याओं को कैसे हल करने की योजना बना रही है बिस्वा ने कहा, ‘अमित शाह ने बताया कि बीजेपी की यात्रा उत्तर-पूर्व में कैसी रही है और 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद विकास कैसे हुआ. हम लगभग 60 प्रतिशत क्षेत्रों में पूर्वोत्तर क्षेत्र से आफस्पा को कैसे हटाया है, इस पर भी चर्चा की. उन्होंने यह भी कहा कि 2024 तक, उत्तर-पूर्व में कोई और समस्याएं नहीं होंगी और सभी मुद्दों का समाधान किया जाएगा.’
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