दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
(चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है.)
रविवार को कश्मीर के कुलगाम ज़िले में विस्फोट में मारे गए 15 लोगों में से 7 लोग आम नागरिक थे. सुहैल ने “कुलगाम” पर कटाक्ष किया है.
आर.प्रसाद मध्यप्रदेश चुनाव में प्रचार करने के लिए जादूगरों को लाने के भाजपा के नये विचार का मज़ाक उड़ाते हैं.
सुरेंद्र दर्शाते हैं कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह मोहन भागवत की उस इच्छा को पूरी करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जिसका ज़िक्र मोहन भागवत ने विजयदशमी के भाषण में किया था. राममंदिर की नींव संसद के माध्यम से नहीं डाली जाएगी.
मनोज कुरील सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिन्द फ़ौज की 75वी वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री के भाषण को दिखाते हैं. वो बोस को भूलने के लिए केवल एक परिवार को ज़िम्मेदार ठहराते है. जबकि कार्टून में दर्शाते है कि बोस प्रधानमंत्री को धन्यवाद दे रहे है कि आपने मुझे याद करके पुनर्जीवित कर दिया है.
ईपी उन्नी द इंडियन एक्सप्रेस में इस मुद्दे पर अपना अलग रुख दर्शाते हैं. वह सुझाव देते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को कोसते हैं और एक-एक करके सभी महान हस्तियों को समायोजित कर रहे हैं.
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